गन्ना मंत्री न पहुंचे अलीगढ़ तो धरना देकर लौटे किसान नेता
गन्ना मंत्री को नुमाइश के उद्घाटन से रोकने की थी योजना मंत्री का कार्यक्रम रद होने पर दिया धरना चीनी मिल की मांग।
जासं, अलीगढ़ : जिले के प्रभारी गन्ना मंत्री सुरेश राणा के विरोध की पूरी तैयारी करके आए किसान नेता नुमाइश के मित्तल गेट पर धरना देकर लौट गए। गन्ना मंत्री रविवार को नुमाइश का उद्घाटन करने नहीं पहुंचे और किसान नेताओं की तैयारी धरी रह गई। किसान नेताओं का कहना है कि उनके विरोध के चलते मंत्री का कार्यक्रम रद हुआ है। धरने के दौरान किसान नेताओं की अफसरों से नोकझोंक भी हुई थी।
साथा चीनी मिल न चलने और अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए घोषणा न होने पर साथा मिल किसान संघर्ष मोर्चा ने गन्ना मंत्री को नुमाइश का उद्घाटन करने से रोकने का एलान किया था। दोपहर 12:30 बजे किसान नेता डा. शैलेंद्र पाल सिंह और जैकी ठाकुर की अगुवाई में दर्जनों किसान तहसील कोल पर जमा हो गए। काले झंडे भी मंगा लिए। तीन बजे गन्ना मंत्री को नुमाइश का उद्घाटन करना था। तय समय पर किसान नेता मित्तल गेट पर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। सिटी मजिस्ट्रेट व अन्य अफसरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की। इस दौरान नोकझोंक भी हुई। अफसरों ने कहा कि जब गन्ना मंत्री का कार्यक्रम रद हो गया है तो नुमाइश के उद्घाटन में क्यों अड़चन डाली जा रही है। कुछ देर बाद किसान नेता लौट गए। डा. शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि 47 साल पुरानी अलीगढ़ मंडल की एकमात्र साथा चीनी मिल जर्जर स्थिति में है। सितंबर में हुई महापंचायत के गन्ना मंत्री ने दो पूर्व मंत्री, विधायकों व किसानों के सामने अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए बजट मंजूर कराने का भरोसा दिलाया था। नई चीनी मिल की स्थापना की बात भी कही। लेकिन, अनुपूरक बजट में मिल के लिए एक रुपया भी मंजूर नहीं हुआ। विरोध की यही वजह है। गन्ना मंत्री को जवाब देना पड़ता, इसलिए नहीं आए। भाकियू (भानु) के जिलाध्यक्ष युवा कृष्णा ठाकुर ने बताया कि सोमवार को 10 बजे से डीएम कार्यालय पर अनिश्चितकालीन किसान महापंचायत होगी। यह महापंचायत चीनी मिल पर लिखित आश्वासन मिलने तक चलेगी। धरने में राजेश प्रताप सिंह, ओमपाल सिंह, रोबी ठाकुर, रवेंद्र पाल सिंह, प्रमेंद्र राणा, अभिजीत चौधरी, दिनेश चंद्र शर्मा, ओमवीर सिंह, डा. मानेंद्र सिंह, श्रीपाल सिंह, उदित प्रताप सिंह आदि शामिल थे।