CAA : अलीगढ़ में महिलाओं ने घेरी कोतवाली, बाजार बंद Aligarh News
अलीगढ़ में महिलाओं का आंदोलन ईदगाह शाहजमाल से निकल कर शहर कोतवाली तक पहुंच गया। शुक्रवार की रात कोतवाली का किया गया घेराव शनिवार को भी जारी है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ़ में महिलाओं का आंदोलन ईदगाह शाहजमाल से निकल कर शहर कोतवाली तक पहुंच गया। शुक्रवार की रात कोतवाली का किया गया घेराव शनिवार को भी जारी है। सैंकड़ों महिलाएं धरने पर बैठी हैं। इसके चलते क्षेत्र के बाजार बंद हैं। आजादी के नारे दूर तक सुने जा रहे हैं। रात से ही तैनात कई थानों का पुलिस फोर्स महिलाओं को समझाने में जुटा हुआ है, लेकिन महिलाएं हटने का नाम नहीं ले रही हैं। संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार सुबह करीब एक हजार महिलाएं कोतवाली के पास धरने पर थीं। रात शहर मुफ्ती खालिद हमीद की अपील न मानकर महिलाओं ने बेमियादी धरने का ऐलान कर दिया है। इस तरह एएमयू के अलावा शहर में अब दो जगह धरना चल रहा है।
नजारा दूसरा शाहीन बाग जैसा
शाहजमाल ईदगाह के बाहर धरने का आज 25वां दिन है। गुरुवार की रात बरसात व आंधी के चलते यहां महिलाओं ने टैंट लगाने की कोशिश की थी। जिसे पुलिस ने रोक दिया। अधिकारियों ने अनुमति न होने का हवाला दिया था। महिलाएं रात भर डटी रहीं। शुक्रवार की सुबह महिलाओं की नाराजगी मुस्लिम आबादी वाले इलाके में पहुंची तो धरना स्थल पर भीड़ दो गुनी से अधिक हो गई। जुमे की नमाज की बाद बीती रात टैंट को लेकर पुलिस से हुई नोकझोंक को लेकर नाराजगी जताई गई और रात होने से पहले तकरीबन 400 महिलाएं शहर कोतवाली की ओर बढ़ गईं, जिन्हें पुलिस भी न रोक सकी। कोतवाली के बाहर धरना शुरू होने के बाद भीड़ में कमी नहीं आई। शनिवार की सुबह नजारा दूसरा शाहीन बाग जैसा था।
धरने पर एएमयू की छात्राएं
शाहजमालपुर के धरने में एएमयू की छात्राएं संचालन करतीं देखी गईं हैं। एएमयू में 15 दिसंबर से धरना चल रहा है। शुक्रवार को 24वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार रात आंधी-बारिश में भी महिलाएं डटी रहीं। धरने पर तिरपाल व टेंट लगाने को लेकर पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। आंधी में बिजली का एक पोल भी झुक गया, लेकिन महिलाएं टस से मस नहीं हुईं। शुक्रवार को धरने पर टेंट लगाने को लेकर करीब 600 महिलाएं कोतवाली पहुंच गईं और धरने पर बैठ गईं। एलान कर दिया कि धरने से नहीं हटने वाली हैैं। दोनों ही जगह देर रात तक सीएए के विरोध में महिलाओं के नारे गूंजते रहे।
पुलिस ने नहीं लगने दिया टैंट
29 जनवरी से महिलाएं धरना दे रही हैैं। तेज धूप होने से महिलाओं ने धरने से दूरी बना ली है, लेकिन गुरुवार रात भीड़ बढ़ गई। रात में ओलों के साथ हुई बारिश के बाद भी महिलाएं धरने से टस से मस नहीं हुईं और नारेबाजी करती रहीं। पुलिस ने कहा कि अनुमति के बिना टेंट नहीं लगेगा। महिलाएं तेज बारिश में ही छाता व नीचे बिछाए गए गद्दों का सहारा लेकर खड़ी रहीं। कुछ युवक भागकर तिरपाल लाते दिखे। देर रात करीब दो बजे धरनास्थल के बीच बिजली का पोल झुक गया। इससे वहां खलबली मच गई। जैसे-तैसे पुलिस ने समझाया। सुबह पोल को सही कराया गया।
40 मीटर बढ़ा धरनास्थल का दायरा
बिजली का खंभा झुकने से धरनास्थल का दायरा करीब 40 मीटर बढ़ा दिया गया है। पुलिस ने भी बैरिकेडिंग को आगे बढ़ा लिया है। शाम के समय महिलाएं आसानी से धरने में बैठी थीं।
भावुक हुईं महिलाएं
गुरुवार रात बारिश में महिलाएं भीगने लगीं तो एक बच्ची ने माइक पर कहा कि अल्लाह, हमारा कोई भी नहीं है। इसे देख महिलाएं भावुक हो गईं। आंखों में आंसू आ गए। घरों में मौजूद अन्य महिलाएं भी बाहर आ गईं और धरने का समर्थन किया।
शांति से हुई जुमे की नमाज
शाहजमाल, ऊपरकोट, जमालपुर, रसलगंज समेत शहर की सभी मस्जिदों में जुमे की नमाज शांति से हुई। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस तैनात रही।