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सड़क पर चलते समय नियमों काेे मानने से लग सकते हैं हादसों पर ब्रेक Aligarh news

हादसे कभी कहकर नहींं होते। न कभी किसी को बक्शते। जरा-जरा सी लापरवाही ही हादसे का कारण बनती है। यह सब हम जानते हैं। पर अनजान बन जाते हैं। परिणाम पूरा परिवार झेलता है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 08:15 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 08:15 PM (IST)
सड़क पर चलते समय नियमों काेे मानने से लग सकते हैं हादसों पर ब्रेक Aligarh news
सड़क पर चलते समय नियमों काेे मानने से लग सकते हैं हादसों पर ब्रेक Aligarh news

अलीगढ़ [ जेएनएन ]  :  वाहनों पर जिंदगी निर्भर है। देखा जाए तो ये वाहन जिंदगी बचाते हैं और छीन भी लेते हैं। वजह होती है थोड़ी सी चूक, जो हम करते हैं और संबंधित विभाग भी। किसी भी वाहन के फिटनेस सर्टिफिकेट का मतलब है कि उस वाहन का पूरी तरह फिट होना, ताकि रोड पर धोखा न दे और चालक ट्रैफिक नियमों का पालन कर सके। इसकी अनदेखी घातक होती है। सुरक्षित यातायात की राह में सबसे बड़ी बाधा यातायात नियमों की अनदेखी तो है ही, अनफिट वाहन भी हादसों के लिए कम जिम्मेदार नहीं हैं। ऐसे वाहन शहर व देहात की सड़कों पर बेरोक-टोक दौड़ रहे हैं। ये वाहन न मालिक के हित में हैं, न पब्लिक के और न ही सरकार के। फिर भी आंखें मूंदकर फिटनेस सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं।  

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नियमों की अनदेखी

शहर के विरेंद्र पाल सिंह कहना है  कोहरे में वाहन चलाते में धैर्य रखें। जल्दबाजी में हादसे की बजाय देरी भली है। जीवन अनमोल है। वहीं शार्दुल विक्रम सिंह वाहनों की फिटनेस के साथ ही कोहरे में बचाव के लिए फीचर्स भी जरूरी हैं। इनका पालन किया जाना चाहिए। राहुल सिंह ने राय देते हुुए कहा वाहनों की सही देखरेख के साथ ही यातायात के नियमों का ईमानदारी से पालन करने से हादसे कम होंगे। वाहन चलाने से पहले वाहन की हेड लाइट, फॉग लाइट, ब्रेक लाइट व इंडीकेटर की जांच कर लें। राहुल सिंंह का कहना हैै कि वाहनों की सही देखरेख के साथ ही यातायात के नियमों का ईमानदारी से पालन करने से हादसे कम होंगे।

नाबालिगों के हाथों में वाहन

सड़क हादसों के बढ़ते ग्राफ को कम करने व लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का दावा करने वाली पुलिस के सामने ही तमाम दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट व ड्राइविंग लाइसेंस के फर्राटा भरते निकल जाते हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा होती है। नाबालिग भी वाहन चलाने में पीछे नहीं हैं और ट्रैफिक नियमों को धड़ल्ले से तोड़ रहे हैं। 

सावधानी है जरूरी

वाइब्रेट होंडा के सर्विस मैनेजर बीआर सिंह का कहना है कि कारों में कुछ खास सिक्योरिटी फीचर्स शामिल किए गए हैं, जिससे वे पहले के मुकाबले कुछ सुरक्षित हो गई हैं। एयर बैग्स एक्सीडेंट के वक्त टक्कर लगने पर सेफ्टी करता है। एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम अचानक ब्रेक लगाने पर वाहन को फिसलने से बचाता है। इस सेफ्टी फीचर की मदद से ब्रेक लगने पर वाहन की रोड पर पकड़ मजबूत होती है और एक्सीडेंट होने का जोखिम कम हो जाता है। सीट बेल्ट एक्सीडेंट के वक्त कार के फ्रंट में बैठे यात्रियों की जान बचाने में मदद करती है। रिवर्स पार्किंग अलर्ट सिस्टम से कार पार्क करते वक्त दुर्घटना होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इसमें लगे सेंसर व कैमरे की मदद से पीछे की दूरी की जानकारी मिल जाती है। स्पीड लिमिट रिमाइंडर अधिक स्पीड में कार चलाने पर चेतावनी देना शुरू कर देता है। मैनुअल ओवरराइड सिस्टम इलेक्ट्रिक सिस्टम यात्रियों को दुर्घटना या आग लगने की स्थिति में कार के अंदर फंसने से रोकने में मदद करता है। 


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