Hathras Case : बूलगढ़ी मृतका के भाइयों को बहन-बुआ ने किया टीका
मृतका के दोनों भाइयों का टीका बुआ और विवाहित बहन ने किया। इस दौरान कई रिश्तेदार भी आए। बेटी की याद में मां फफक कर रो पड़ी। मृतका के पिता की आंखें भी भर आईं।सोमवार की सुबह भैया दूज पर सड़कों का वाहनों का रेला था।
हाथरस, जेएनएन। बूलगढ़ी गांव में मृतका के दोनों भाइयों का टीका बुआ और विवाहित बहन ने किया। इस दौरान कई रिश्तेदार भी आए। बेटी की याद में मां फफक कर रो पड़ी। मृतका के पिता की आंखें भी भर आईं।सोमवार की सुबह भैया दूज पर सड़कों का वाहनों का रेला था। इनमें कुछ वाहन चंदपा के गांव बूलगढ़ी की तरफ भी गए। दोपहर 12 बजे एक बाइक से पुरुष और महिला मृतका के घर आए। सुरक्षा की कमान संभाल रहे सीआरपीएफ के जवानों ने पहले रजिस्टर में एंट्री कराई और फिर बैग आदि की तलाशी लेने के बाद उनको मृतका के घर जाने की अनुमति दी। इनमें मृतका की बहन और बुआ के अलावा अन्य रिश्तेदार भी थे।
महिला रिश्तेदारों को देखकर मृतका की मां रो पड़ी
एक और रिश्तेदार से मिलने मृतका के दोनों भाई बाहर आए और पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। सुबह से लेकर शाम तक मृतका के घर पर लोगों का आना-जाना बना रहा। इन रिश्तेदारों को लेकर सीआरपीएफ जवान अलर्ट दिखे। ड्यूटी पर मुस्तैद जवानों के रिश्तेदारों के आने-जाने तक का समय रजिस्टर में लिखा। महिला रिश्तेदारों को देखकर मृतका की मां रो पड़ी। उनको महिला रिश्तेदारों ने ढाढ़स बंधाया। मृतका के भाई ने बताया कि बुआ ने दोनों भाइयों के अलावा पिता को भैया दूज के शगुन का टीका माथे पर लगाया। वैसे दीपावली पर मृतका के घर दीया तक नहीं जलाया गया था।
गांव में मनाया गया भैया दूज का पर्व
दीपावली के बाद गोवर्धन की पूजा के बाद भैया दूज का पर्व भी गांव के लोगों ने मनाया। दिनभर गांव में बहनों का घरों पर आना-जाना बना रहा। गांव वालों का कहना है कि युवती की मौत पर सबको गम है। वह भी चाहते हैं कि जो भी लोग इस घटना के लिए दोषी हैैं, उनको कड़ी सजा मिले।