भाजपा के संगठन शिल्पी अलीगढ़ में टटोलेंगे चुनावी नब्ज Aligarh news
किसानों के आंदोलन में भले ही तमाम राजनीतिक दल हुंकार भर रहे हों मगर उससे इतर भाजपा 2022 के लक्ष्य पर निशाना साधने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने एक साल पहले से ही जमीनी तैयारी शुरू कर दी है।
राजनारायण सिंंह, अलीगढ़ : किसानों के आंदोलन में भले ही तमाम राजनीतिक दल हुंकार भर रहे हों, मगर उससे इतर भाजपा 2022 के लक्ष्य पर निशाना साधने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने एक साल पहले से ही जमीनी तैयारी शुरू कर दी है। संगठन शिल्पी के नाम से शुमार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह सोमवार को सीधे बूथ स्तर के कार्यकर्ता से संवाद करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष के संगठन के अंतिम छोर के कार्यकर्ता से संपर्क और संवाद के तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा है कि बूथ और सेक्टर के अध्यक्ष व उनकी टीम को वह चुनाव में जुटने का मूलमंत्र देंगे।
पंचायत चुनाव अप्रैल में
अप्रैल में पंचायत चुनाव है। इसके लिए भाजपा के सह संगठन मंत्री दो दिनों से जिले में बैठकें ले रहे हैं। इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का महानगर में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद चौकाने वाला है। क्याेंकि यह पंचायत चुनाव से एकदम इतर है। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव से संबंधित बैठक लेने आ रहे हैं। वह बूथ अध्यक्ष, बूथ समितियां, वार्ड अध्यक्ष और सेक्टर प्रभारी के साथ बैठक करेंगे। भाजपा पार्षद और मोर्चा से भी अलग-अलग बैठकें निर्धारित हैं। सोमवार को सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4.30 बजे तक बैठक हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से कितनी गंभीर है। भाजपा का शुरू से नारा रहा है एक बूथ, 10 यूथ। यही पार्टी की सबसे बड़ी ताकत रही है। 2017 में बूथ कमेटियों को मजबूत करके ही पार्टी ने विधानसभा चुनाव फतह किया था।
बूथ समितियों पर जोर
चुनाव से पहले तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने स्वयं अलीगढ़ मंडल के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित किया था। अभी 20 दिन पहले भी पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ में बूथ समितियों की बैठक कर यह संदेश दिया था कि 2022 का चुनाव बूथ समितियों को मजबूत करके लड़ा जाएगा। इसी के बाद से पार्टी ने बूथ समितियों पर जोर देना शुरू कर दिया। सोमवार को संगठन शिल्पी स्वतंत्र देव सिंह सीधे संवाद में कार्यकर्ताओं को चुनाव में जुटने का मूलमंत्र देंगे। वह तमाम बूथ अध्यक्षों के उदाहरण देंगे जो बूथ से लेकर प्रदेश तक पहुंचे हैं। चुनाव में बूथ समितियों की क्या योजना होती है, उसे बताएंगे। साथ ही महानगर में बूथ समितियों और सेक्टर की टीम की स्थिति क्या है, उसके बारे में भी नब्ज टटोलेंगे।