Murder of LLB Student: अलीगढ़ में भाजपा नेता के भतीजे व एलएलबी के छात्र को गोलियों से भूना
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पिसावा थाना क्षेत्र के गांव दमुआका में भाजपा नेता दिनेश कुमार एडवोकेट के भतीजे व एलएलबी के छात्र को कार सवार हमलावरों ने गोलियों से भून डाला।
अलीगढ़ [जेएनएन]: उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पिसावा थाना क्षेत्र के गांव दमुआका में भाजपा नेता दिनेश कुमार एडवोकेट के भतीजे व एलएलबी के छात्र को कार सवार हमलावरों ने गोलियों से भून डाला। इस बीच हमलावर फायरिंग करते हुए भाग जाने में सफल रहे। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।
बदमाशों ने ऐसे दिया घटना को अंजाम
गांव के निजी चिकित्सक चौधरी वीरपाल सिंह का 28 वर्षीय बेटा सचिन चौधरी एलएलबी का छात्र होने के साथ ही गांव के राशन डीलर भी थे। सचिन के चाचा दिनेश कुमार एडवोकेट भाजपा नेता हैं। सोमवार को सचिन चौधरी गांव से कुछ ही दूर स्थित नागलिया बिजना के पुल के पास खाद-बीज की दुकान पर बैठे हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शाम करीब सात बजे कार में सवार पांच बदमाश नीचे उतरे। बदमाशों ने उतरते ही हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। सचिन ने खुद को बचाने के लिए दुकान से बाहर निकलकर सड़क पर दौड़ लगा दी। इसी बीच वह लडख़ड़ाकर गिर पड़े तो हमलावरों ने सचिन को घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां चलाते रहे।
कई राउंड हवाई फायरिंग
हमलावर तब तक गोलियां चलाते रहे जब तक उन्हें यह संतुष्टि नहीं मिल गई कि अब सचिन बच नहीं सकेगा। इस बीच हमलावरों के कड़े तेवर देख कोई भी उनका विरोध नहीं कर सका और हमलावर कई राउंड हवाई फायरिंग करते हुए कार में सवार होकर साफ बचकर भाग गए। हमलावरों के जाने के बाद ही ग्रामीण सचिन चौधरी तक जाने की हिम्मत जुटा सके। फिर घायल एलएलबी छात्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने सचिन को मृत घोषित कर दिया। घटना के पीछे पुरानी रंजिश बतायी जा रही है। इलाका पुलिस फरार हुए कार सवार हमलावरों की तलाश में जुटी है।
पत्नी से जल्द आने को किया था वायदा
सचिन चौधरी घर से पत्नी व दोनों बेटों से जल्द वापस आने की कहकर निकले थे। सचिन घर तो नहीं लौट सके उनकी मौत की खबर जरूर मिल गई। सचिन दो भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। छोटी बहन, पत्नी व मां के अलावा स्वजन सचिन के गम में बेहाल हैं।
कार सवार हमलावरों की तलाश
एसपी देहात अतुल शर्मा का कहना है कि राशन डीलर व एलएलबी छात्र की हत्या के पीछे रंजिश बतायी जा रही है। फिर भी सही कारणों की जांच के साथ ही कार सवार हमलावरों की तलाश की जा रही है। अभी स्वजनों की ओर से मामले में कोई तहरीर नहीं दी है।