Aligarh Panchayat Chunav Results 2021: दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाई भाजपा, नौ पर मिली जीत Aligarh News
जिला पंचायत के चुनाव में 30 से अधिक सीटें जीतने का दावा करने वाली भाजपा दहाई का भी आंकड़ा पार नहीं कर सकी। पार्टी को जिला पंचायत की नौ सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। हालांकि भाजपाई बागियों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश में हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। जिला पंचायत के चुनाव में 30 से अधिक सीटें जीतने का दावा करने वाली भाजपा दहाई का भी आंकड़ा पार नहीं कर सकी। पार्टी को जिला पंचायत की नौ सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। हालांकि, भाजपाई बागियों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश में हैं, उनका कहना है कि वह भी पार्टी से ही थे, वह अभी संपर्क में हैं। इस प्रकार भाजपा 15 सदस्यों का दावा क रही है। हालांकिे, कितने साथ में आने वाले हैं, वह आने वाला वक्त बताएगा।
भाजपा दहाई का अंक नहीं जीत पाई
भाजपा ने एक साल पहले से ही जिला पंचायत सदस्य का चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। छह महीने से तो पार्टी धुआंधार लगी हुई थी। जिला प्रभारी ने तो दो महीने से डेरा जमाए रखा था। चुनाव को भाजपा ने इतनी गंभीरता से लिया था कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रत देव सिंह तक कार्यकर्ताओं की बैठक ले चुके थे। सह प्रदेश संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह भी लगातार संपर्क और संवाद कर रहे थे। प्रदेश प्रभारी राधा मोहन ङ्क्षसह भी वर्चुअल संवाद कर चुके थे। इसके अलावा जिले में सातों विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया ने चुनाव में इस बार पूरा समय दिया। सांसद सतीश गौतम, हाथरस सांसद राजवीर दिलेर भी चुनाव में लगे रहे। पूर्व कैबिनेट मंत्री ठा. जयवीर सिंह, एमएलसी स्तानक डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह भी चुनाव मैदान में लगे हुए थे। जनप्रतिनिधियों की इतनी बड़ी फौज और पार्टी के प्रदेश नेताओं के भी मैदान में उतरने के बाद भी भाजपा दहाई का अंक नहीं जीत पाई। 30 सीटें जीतने का दावा करने वाली भाजपा के खाते में सिर्फ नौ सीटें ही आईं। किसी भी दल के पास इतना दलबल नहीं था, इसके बावजूद भाजपा का प्रदर्शन बहुत ठीक नहीं रहा। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि सबसे बड़े दल के रुप में वही है। पंचायत चुनाव के सह संयोजक शिव नारायण शर्मा ने कहा कि पार्टी के सामने कई दिक्कतें रहीं, उस हिसाब से प्रदर्शन ठीक है। कुछ नाराज कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ा था, जिन्होंने जीत हासिल की है, वो हमारे साथ हैं।
पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हम सबसे बड़े दल के रुप में उभरे हैं। साथ ही पार्टी से नाराज होकर चुनाव लड़े सदस्य भी जीतने के बाद पार्टी के साथ हैं। अध्यक्ष भाजपा का ही होगा। क्योंकि अन्य किसी दल में एकजुटता नहीं है।
चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा