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धरना प्रदर्शन कर भाकियू ने किया केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध

केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को कस्बा छर्रा के ब्लाक कार्यालय स्थित टिनशेड में भाकियू का एकदिवसीय धरना प्रदर्शन हुआ।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 12:49 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 12:49 AM (IST)
धरना प्रदर्शन कर भाकियू ने किया  
केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध
धरना प्रदर्शन कर भाकियू ने किया केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध

अलीगढ़ : केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को कस्बा छर्रा के ब्लाक कार्यालय स्थित टिनशेड में भाकियू का एकदिवसीय धरना प्रदर्शन हुआ। पूर्व जिला महासचिव चौ. नवाब सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र के किसानों व मजदूरों ने सरकार से कृषि कानूनों में संशोधन करने की मांग की। चौ. नवाब सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में लाए गए तीनों कृषि सुधार कानूनों को कारपोरेट घरानों के हितों के लिए ही बनाया गया है। इन कानूनों के तहत देश का किसान सभी कारपोरेट घरानों का गुलाम बन जाएगा। देश में उपभोक्ताओं को खाद्यानों आदि कृषि उत्पादनों को भारी ऊंची कीमत पर क्रय करना पडे़गा। यही कृषि उत्पादन किसानों से काफी सस्ती कीमत पर खरीदा जाएगा। देश का कृषि बीज कानून पूरी तरह से बीज उत्पादक कंपनियों के हित में है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ भी किसानों को नहीं मिलता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कृषि सिचाई योजना के स्थान पर निजी नलकूपों को निश्शुल्क बिजली दी जाए। किसान सम्मान निधि योजना के स्थान पर तेलंगाना सरकार की कृषि निवेश समर्थन योजना की तरह ही प्रति एकड़ की दर से किया जाना चाहिए। बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को क्षेत्र के बरला बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर राकेश चौधरी, नूरहसन, रियाजुद्दीन, दलवीर सिंह, रामअवतार यादव, ओमप्रकाश, राजपाल सिंह यादव, होडिल सिंह, बाबू सिंह, रंजीत यादव, तालेवर सिंह, महेश चौधरी, प्रताप सिंह, अमरपाल शास्त्री, धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

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