सफर में रहें सावधान, जहरखुरान बना रहे शिकार, ट्रेनों की बजाय रोडवेज बसों में बढ़ी घटनाएं Aligarh News
सफर के दौरान किसी अनजान व्यक्ति से कुछ भी लेकर न खाएं-पिएं। यह सुझाव आए दिन सुनने को मिल ही जाता है लेकिन इसके बाद भी नशीले खाद्य पदार्थ का उपयोग कर शातिर लूट में सफल हो जाते हैं।
अलीगढ़, रिंकू शर्मा। सफर के दौरान किसी अनजान व्यक्ति से कुछ भी लेकर न खाएं-पिएं। यह सुझाव आए दिन सुनने को मिल ही जाता है, लेकिन इसके बाद भी नशीले खाद्य पदार्थ का उपयोग कर शातिर लूट में सफल हो जाते हैं। अलीगढ़ में इस तरह की वारदातें बढ़ रही हैं। रोडवेज बसों में जहरखुरान गिरोह के सदस्य खासे सक्रिय हैं। जो खासकर दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों में नौकरीपेशा करने वालों को अपना शिकार बना रहे हैं।
भीड़ का उठाते हैं फायदा
जहरखुरान त्योहारों पर बढऩे वाली भीड़ का फायदा उठाते हैं और टिकट लेकर चलते हैं। अधिकांश गिरोह के सदस्यों की बस व ट्रेन के स्टाफ से जान-पहचान होती है। इसका फायदा उठाकर वे यात्रियों का सामान आसानी से पार कर ले जाते हैं। बेहोश यात्रियों को बसों के चालक-परिचालक पुलिसिया कार्रवाई व किसी पचड़े से बचने के लिए एकांत स्थान पर उतारकर चले जाते हैं। कई बार सही समय पर उपचार न मिलने से यात्री की मौत भी हो जाती है।
तीन महीने में 50 से अधिक घटनाएं
तीन माह में ही दिल्ली-अलीगढ़-कानपुर रूट पर जहरखुरान 50 से भी अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इसका प्रमाण जिला अस्पताल में बेहोशी की हालत में भर्ती होने वाले लोगों का रिकार्ड है। इन घटनाओं में पीडि़तों को राहगीर व पुलिस की मदद से भर्ती कराया गया था। किसी भी घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी है। पुलिस ऐसे मामलों में पहले तो सीमा विवाद में उलझती रहती है, फिर पीडि़तों को टहलाती रहती है। पीडि़त परेशान होकर बिना कार्रवाई किए घर चला जाता है।
कस्बा विजयगढ़ के विजयशंकर पंजाब में नौकरी करते हैं। 12 अप्रैल को रोडवेज बस में अलीगढ़ आ रहे थे। रास्ते में जहरखुरान ने पहले दोस्ती की, फिर नशीला बिस्किट खिलाकर 25 हजार रुपये व सामान लूट लिया।
चंडौस के भीमनगर के राजकुमार गुरुग्राम में नौकरी करते हैं। 15 अप्रैल को घर आ रहे थे। बस में जहरखुरान ने नशीली कोल्डड्रिंक पिला दी और जेब में रखे 22 हजार रुपये, मोबाइल फोन व सामान ले गए।
जहरखुरानो से बचाव को समय -समय पर बसों में सफर करने वाले यात्रियों को जागरूक किया जाता है। इसके बाद भी लोग दूसरों की दी गई चीजें खा लेते हैं और जहरखुरानी का शिकार बन जाते हैं। शिकायत पर पुलिस अब तक कई जहरखुरानों को जेल भी भेज चुकी है।
कलानिधि नैथानी, एसएसपी