बैंकों के संगठनों ने सीएम को पत्र लिखा, लॉक डाउन की पाबंदी बैंकों पर हो लागू Aligarh news
बैंक आफीसर्स के नेताओं ने बैंक खुलने का विरोध किया है। तर्क दिया है कि महानगर शहर कस्बों में दो दिन भीड़ भाड़ न रहे।
अलीगढ़, [जेएनएन]। कोरोना की रोकथाम के लिए जिले में शनिवार और रविवार को लॉक डाउन किया जा रहा हैै। लेकिन लॉक डाउन के समय में भी बैंकों के खुलने से बैंकों के संगठन को परेशानी है। बैंकों को प्रदेश लॉक डाउन में शामिल करने के लिए बैंकों के संगठनों ने सीएम को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि लॉक डाउन के समय में बैंकों को भी बंद रखा जाए। बैंक आफीसर्स के नेताओं ने बैंक खुलने का विरोध किया है। तर्क दिया है कि महानगर, शहर, कस्बों में दो दिन भीड़ भाड़ न रहे। इसके लिए प्रदेश लॉक डाउन किया गया है। ऐसे में जब बैंक खुलेंगे तो संक्रमण के फैलने का खतरा कैसे कम हो सकता है।
पिछले कुछ दिनों में बैंकों में भी कोरोना पॉजिटिव के खूब केस निकल चुके हैं। स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में दर्जन भर से अधिक लोग पॉजिटिव मिले थे। जिले की विभिन्न बैंकों में 35 से ज्यादा बैंक के अफसर व कर्मचारी भी पॉजिटिव मिले हैं।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, केनरा बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश बैंक एंप्लाइज यूनियन सहित अन्य कई संगठनों ने राज्य की पांच दिवसीय कार्यशैली पर अमल करने की मांग की है। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के जिला सचिव व केनरा बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के क्षेत्रीय सचिव अतुल सिंह ने कहा कि बैंकों में भी समान रूप से 50 फीसद स्टाफ के साथ ही कार्य होना चाहिए। बैंक अधिकारियों का भी अन्य कोरोना योद्धाओं की तहर 50 लाख रुपये का बीमा होना चाहिए। गर्भवती महिला कर्मी, दिव्यांग व बीमार अफसर व कर्मचारियों को वर्क फ्रोम होम की छूट देनी चाहिए। बैंकिंग का समय 10 से दोपहर दो बजे तक किया जाए। यदि लॉक डाउन के दौरान बैंक खुलेंगे तो लॉक डाउन का उदेश्य प्रभावित होगा।