असदुद्दीन ओवैसी ने अलीगढ़ में की सभा, बोले-सियासी पार्टी न होने से पिछड़ रहा समाज
ब्राह्मण और ठाकुरों को एककर भाजपा बनाई गई। चौधरी चरण सिंह ने जाटों को एक कर अपनी पार्टी बना कर परचम लहराया था। मुस्लिम समाज के लोग भी अपनी पार्टी बनाएं। यह अब नहीं हो सका तो कभी नहीं हो सकेगा।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़: आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ने मुस्लिम समाज को एक करने के लिए अलीगढ़ में बिगुल फूंका। साथ ही समाज की एक अलग पार्टी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुसलमान सबसे पिछड़ा क्यों है? कमजोर क्यों है, जुल्म क्यों हो रहे हैं? इसका एक ही जवाब है कि आपकी सियासी पार्टी नहीं है। ब्राह्मण और ठाकुरों को एककरके भाजपा बनाई गई। चौधरी चरण सिंह ने जाटों को एक कर अपनी पार्टी बना कर परचम लहराया था। मुस्लिम समाज के लोग भी अपनी पार्टी बनाएं। यह अब नहीं हो सका तो कभी नहीं हो सकेगा। मैं उत्तर प्रदेश में इसलिए नहीं आया हूं कि मुझे अपना कोई पर चलाना है या अपने को कोई चमकाना है, समाज के लोगों को एक करने आया हूं। अगर हम एकजुट नहीं हुए तो अपनी सियासत भी नहीं कर पाएंगे।
बर्बाद हुआ अलीगढ़ का कारोबार
अनूपशहर रोड स्थित महेशपुर फाटक के पास हुई सभा में उनका पूरा फोकस समाज के वोट पर रहा। इस दौरान उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि अलीगढ़ का कारोबार नोटबंदी और लाकडाउन से बर्बाद हो गया है। साथ ही आजम खा को अपराधी मानने से मना कर दिया। कहा, अमित शाह को मुसलमानों का नाम लिए बिना नींद नहीं आती है।
मुसलमानों का नाम लिए बिना शाह को नींद नहीं आती
मुसलमानों के वोट की कोई कीमत नहीं है। अगर कीमत होती तो अमित शाह मुसलमानों पर टिप्पणी नहीं करते। आजम खान जेल में नहीं होते। आजम खान को हम अपराधी नहीं मानते हैं। आजम खान को केवल किताब बेचने को लेकर जेल के अंदर कर दिया गया, लखीमपुर खीरी में चार किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल देने वाले मंत्री का लड़का क्या जेल में फूल बेचने के लिए गया है।
कासगंज में हिंदू मरता तो पहुंच जाते योगी
कासगंज में पुलिस हिरासत में हुई मौत पर उन्होंने कहा कि अमित शाह को आजम खां को तो याद करते हैं, कासगंज के अल्ताफ को क्यों याद नहीं कर रहे। कासगंज में मरने वाला हिंदू होता तो सीएम योगी आदित्यनाथ वहां पहुंच जाते। कोई ढाई फुट की टंकी पर कैसे फांसी लगा सकता है। पुलिस वालों ने अल्ताफ की हत्या की है। हत्यारों को केवल सस्पेंड ही नहीं, गिरफ्तार भी किया जाना चाहिए। अमित शाह को शिबली का नाम आजमगढ़ में लेना था। लेकिन ये लोग जिन्ना को ज़्यादा जानते हैं। जिन्ना के बारे में क्या बोलना है, हमारा कोई ताल्लुक नहीं है। अमित शाह हैदराबाद आये थे, लेकिन इनको कैफी आजमी नहीं मुख़्तार याद आया।
सरकार ने कुठाराघात किया
उन्होंने अलीगढ़ प्रशासन का धन्यवाद किया। कहा, जालिम नहीं चाहते थे आज जलसा हो, लेकिन हम कामयाब हुए। सियासी ताकत होगी तभी मसले हल होंगे। मैं यह नहीं कहता कि तेलंगाना में सब मसले हल हो गए होंगे। हमने सीएए के विरुद्ध प्रस्ताव विधानसभा में पास कराया। भाजपा सरकार ने सीएए लाकर कुठाराघात किया है। जब तक मुसलमान अपनी सियासी लीडरशिप नहीं बनाएंगे तब तक कुछ नहीं हो सकता। मैं बहुत नारे सुन चुका हूं। इन नारों को वोट में तब्दील करें। एआईएमआईएम अगर उत्तर प्रदेश में आएगी तो विभिन्न पार्टियों में खलबली मच गई है, क्योंकि उनके गुणा गणित बिगड़ जाएंगे।
सरकार बताएं कि देश कब आजाद हुआ
उन्होंने कहा कि 1980 से पहले कोई हिंदुत्व की बात नहीं थी। 1980 के बाद सावरकर की किताब के आधार पर हिंदुत्व की बात आई। एक मोहतरमा ने कहा कि 2014 में सही मायने में देश आजाद हुआ है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से पूछना चाहता हूं कि 1947 में आजाद हुआ था कि 2014 में। ये बात कोई मुसलमान कहता तो अभी कार्रवाई हो जाती। देशद्रोह सिर्फ मुसलमान के लिए है। वो क्वीन है, वे किंग है। मेरी बात नहीं पसंद आएगी तो जेल में डाल देंगे या गोली मार देंगे।