अन्नदाता ने अन्नकूट पर बढ़ा दिए सब्जियों के दाम,100 रुपये पहुंची कीमत, ये है वजह
विवार को घर-घर गोवर्धन पूजन के साथ अन्नकूट का प्रसाद बनाने की तैयारियां सुबह से ही शुरू हो गईं। अन्नकूट की सब्जी पर इस बार मंहगाई का असर पर देखने काे मिला। बीते वर्ष 60 से 70 रुपये प्रतिकिलाे तक बिकी सब्जी इस बार 100 रुपये किलो तक जा पहुंची।
अलीगढ़, जेएनएन। दीपावली के बाद रविवार को घर-घर गोवर्धन पूजन के साथ अन्नकूट का प्रसाद बनाने की तैयारियां सुबह से ही शुरू हो गईं। अन्नकूट की सब्जी पर इस बार मंहगाई का असर पर देखने काे मिला। बीते वर्ष 60 से 70 रुपये प्रतिकिलाे तक बिकी सब्जी इस बार 100 रुपये किलो तक जा पहुंची। किसानों ने मंडियों में बढ़ी हुई कीमत में सब्जियां उतारीं। हालांकि, खरीदारी पर बढ़ी हुई कीमत का कोई असर नहीं रहा।
अन्नकूट का प्रसाद
गाेवर्धन पर्व पर घर, मंदिरों ने अन्नकूट का प्रसाद बनता है। जगह-जगह भंडारे भी होते हैं। इस पर्व पर सभी तरह की सब्जियों की मांग रहती है। रविवार को सुबह होते ही लोग सब्जियां लेने घरों से निकल गए। शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर सड़क किनारे सब्जियों की ठेल, ढकेल सजी नजर आयीं। फड़ लगाकर भी सब्जियां बेची जा रही थीं। वहीं, मंडियों में भी लोगों की भीड़ रही। मंडियों में अधिकांश वो लोग थे, जो भंडारे का आयोजन करा रहे थे। अन्य दिनों की अपेक्षा मंडियों में सब्जी की कीमत में उछाल था। आलू, मटर, परमल, अदरक, गाजर पर पहले ही कीमत बढ़ी हुई है। टमाटर पर भाव जरूर कम हुए थे, लेकिन गोवर्धन पर टमाटर 10 रुपये मंहगा बिका। बाजार में 50 रुपये किलो टमाटर की कीमत थी। सब्जियों के थोक व्यापारी राजकिशोर ने बताया कि त्योहार पर सब्जियों की मांग बढ़ जाती है। इसीलिए फुटकर बाजार में दुकानदार भाव बढ़ाकर सब्जी बेचते हैं। किसान भी कीमत बढ़ाकर मंडियों में सब्जियां उतारते हैं। भीड़ को देखते हुए कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। शाम तक कीमतें घट जाती हैं।
बाजार में आते ही बढ़ गए भाव
मंडियों में आलू का 32 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि, बाजार में 45 रुपये किलो कीमत है। हरी सब्जियाें में भी मंडी और बाजार की कीमतों में काफी अंतर रहा। थोक व्यापारियों का कहना है कि त्योहार पर सब्जियां लाने ले जाने के साधन कम मिलने से ज्यादा भाड़ा देना पड़ता है। इसका असर कीमतों पर पड़ता है।
100 रुपये पहुंची कीमत
अन्नकूट का प्रसाद बनाने के लिए तरह-तरह की सब्जियां बाजार में थीं। सभी सब्जियों को थोड़ा-थोड़ा मिलाकर दुकानदारों ने एक-एक किलो के पैकेट तैयार कर रखे थे, जो 100 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बेचे गए। दुकानदार राजू ने बताया कि पैकेट बनाने से ग्राहकों का ही लाभ है। उन्हें तरह-तरह की सब्जियां खरीदने के लिए परेशान नहीं होना पड़ता।
गोबर के लिए गोशाला का सहारा
गोवर्धन पूजन के लिए गोबर से घर-घर गोवर्धन का स्वरूप बनाया जाएगा। इसके लिए लोगों ने सुबह से ही गोबर जुटाना शुरू कर दिया। ज्यादातर लोग गोशाला में गोबर लेने पहुंचे। वहीं, जो लोग डेयरियाें से दूध लेते हैं, उन्हें वहीं से गोबर भी मिल गया।