एएमयू शिक्षक बोले, डरते हैं प्रॉक्टर, बवाल के लिए इंतजामिया और अलीगढ़ प्रशासन जिम्मेदार
एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने 12 फरवरी को हुए बवाल के लिए जिला प्रशासन व एएमयू इंतजामिया को जिम्मेदार ठहराया है।
By Edited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 10:00 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 10:31 AM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने 12 फरवरी को हुए बवाल के लिए जिला प्रशासन व एएमयू इंतजामिया को जिम्मेदार ठहराया है। कहा है अगर सजगता से काम लिया जाता तो टकराव से बचा जा सकता था। अमुटा ने इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई व जांच कराने के लिए राष्ट्रपति को भी पत्र लिखा है।
अजय सिंह पक्ष को गंभीरता से लेना था
एएमयू सर्किल पर छात्रों के दो गुटों पर हुए टकराव के नौ दिन बाद अमुटा के अध्यक्ष प्रो. हामिद अली व सचिव प्रो. नजमुल इस्लाम स्टॉफ क्लब में मीडिया से मुखातिब हुए। कहा, हर छात्र को अपनी बात रखने का अधिकार है। अजय सिंह पक्ष भी उसी के तहत रजिस्ट्रार कार्यालय पर गया था। प्रॉक्टोरियल टीम को इसे गंभीरता से लेना चाहिए था, जो नहीं हुआ। दोनों छात्र गुट आमने सामने आ गए और टकराव हो गया। जिला प्रशासन को भी देखना चाहिए था कि जब ओवैसी का विरोध हो रहा है पुलिस बल का पर्याप्त इंतजाम करना चाहिए था। कहा पूरे मामले की जांच के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
कुलपति को छात्रों के बीच जाना चाहिए था
अध्यक्ष ने प्रॉक्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि जब उन्हें छात्रों के बीच जाने से डर लगता है तो क्यों प्रॉक्टर बने हुए हैं? कुलपति को भी छात्रों के बीच जाकर उनकी मांगों को सुनना चाहिए था। सचिव ने कहा कि कुछ लोग हम पर देरी से इस मामले में बोलने पर आरोप लगा रहे हैं यह ठीक नहीं हैं। हमने घटना के दूसरे दिन ही बैठक बुलाई थी। पुलवामा हमले की भी बैठक बुलाकर निंदा की। उन्होंने शहीदों के बच्चों को एएमयू में मुफ्त पढ़ाने के यूनियन के सुझाव का स्वागत भी किया। पत्रकार वार्ता में डा.मुवस्सिर अली, डा.कलीम अहमद, डॉ. दानिश भी मौजूद थे।
अजय सिंह पक्ष को गंभीरता से लेना था
एएमयू सर्किल पर छात्रों के दो गुटों पर हुए टकराव के नौ दिन बाद अमुटा के अध्यक्ष प्रो. हामिद अली व सचिव प्रो. नजमुल इस्लाम स्टॉफ क्लब में मीडिया से मुखातिब हुए। कहा, हर छात्र को अपनी बात रखने का अधिकार है। अजय सिंह पक्ष भी उसी के तहत रजिस्ट्रार कार्यालय पर गया था। प्रॉक्टोरियल टीम को इसे गंभीरता से लेना चाहिए था, जो नहीं हुआ। दोनों छात्र गुट आमने सामने आ गए और टकराव हो गया। जिला प्रशासन को भी देखना चाहिए था कि जब ओवैसी का विरोध हो रहा है पुलिस बल का पर्याप्त इंतजाम करना चाहिए था। कहा पूरे मामले की जांच के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
कुलपति को छात्रों के बीच जाना चाहिए था
अध्यक्ष ने प्रॉक्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि जब उन्हें छात्रों के बीच जाने से डर लगता है तो क्यों प्रॉक्टर बने हुए हैं? कुलपति को भी छात्रों के बीच जाकर उनकी मांगों को सुनना चाहिए था। सचिव ने कहा कि कुछ लोग हम पर देरी से इस मामले में बोलने पर आरोप लगा रहे हैं यह ठीक नहीं हैं। हमने घटना के दूसरे दिन ही बैठक बुलाई थी। पुलवामा हमले की भी बैठक बुलाकर निंदा की। उन्होंने शहीदों के बच्चों को एएमयू में मुफ्त पढ़ाने के यूनियन के सुझाव का स्वागत भी किया। पत्रकार वार्ता में डा.मुवस्सिर अली, डा.कलीम अहमद, डॉ. दानिश भी मौजूद थे।
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