CAA : AMU के छात्रों ने मनाया ब्लैक-डे, 17 जनवरी से होने वाली परीक्षाएं इंतजामिया ने की स्थगित
सीएए के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के दिन को छात्रों ने ब्लैक डे (काला दिवस) करार दिया।
अलीगढ़ [जेएनएन]: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के दिन को छात्रों ने ब्लैक डे (काला दिवस) करार दिया। बुधवार को एक माह पूरा होने पर छात्रों ने मार्च निकालकर विरोध जताया। इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर जांच कर रही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने तीसरे दिन छात्रों के बयान लिए। कैंपस के माहौल को देखते हुए इंतजामिया ने 17 जनवरी से होने जा रहीं परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
बाबे सैयद तक निकाला मार्च
बुधवार को हजारों की संख्या में जुटे छात्रों ने दोपहर में डक प्वॉइंट से बाबे सैयद तक मार्च निकाला। आजादी के नारे भी लगाए। कुलपति व रजिस्ट्रार के खिलाफ भी गुस्सा जताया। शाम छह बजे कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें छात्रों ने पुलिस की बर्बरता पर आक्रोश जाहिर किया। बवाल की जांच करने आई राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने बुधवार को तीन छात्रों के बयान दर्ज किए। इसमें घायल छात्र ताजिम भी शामिल है। छात्रों ने आपबीती सुनाई। कहा, पुलिस ने कैंपस में घुसकर बर्बरता की, छात्रों को बुरी तरह पीटा।
टीम ने फुटेज देखे
हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले निवर्तमान अध्यक्ष सलमान इम्तियाज व अधिवक्ता असद हयात ने भी आयोग की एसएसपी मंजिल सैनी से बात की। टीम ने घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज भी देखे। गुरुवार को टीम पुलिस अफसरों के बयान दर्ज करेगी।