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एएमयू छात्रसंघ पदाधिकारियों ने मोदी व योगी सरकार को इसलिए बनाया निशाना, ये रही वजह

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में नवनिर्वाचित छात्रसंघ के शपथ ग्रहण समारोह में मोदी व योगी सरकार निशाने पर रहीं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 10:00 AM (IST)
एएमयू छात्रसंघ पदाधिकारियों ने मोदी व योगी सरकार को इसलिए बनाया निशाना, ये रही वजह
एएमयू छात्रसंघ पदाधिकारियों ने मोदी व योगी सरकार को इसलिए बनाया निशाना, ये रही वजह

अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में नवनिर्वाचित छात्रसंघ के शपथ ग्रहण समारोह में मोदी व योगी सरकार निशाने पर रहीं। छात्र नेताओं ने कहा कि शहरों का नाम बदलकर सरकार मुसलमानों का वजूद खत्म करना चाहती हैं। हमें ऐसा नेता चाहिए, जो कौम को लीड कर सके। ऐसा नेता नहीं चाहिए, जो मुलायम सिंह व मायावती के ऑफिस के चक्कर लगाए।

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हर प्रत्याशी को मिला बोलने का मौका

एएमयू में तीन नवंबर को हुए छात्रसंघ में चुनाव में चुने गए पदाधिकारियों का एथलेटिक्स मैदान में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। परंपरा के अनुसार कुलपति प्रो. तारिक मंसूर, मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. जहीरुद्दीन व  कोषाध्यक्ष प्रो. नफीस अंसारी ने अध्यक्ष सलमान इम्तियाज, उपाध्यक्ष हमजा सूफियान, सचिव हुजैफा आमिर व कैबिनेट मेंबर को गाउन व हार पहनाया। समारोह में चुनाव लडऩे वाले हर प्रत्याशी को बोलने का मौका दिया गया।

बंटवारे के समय हम दे चुके हैं सबूत

अलीगढ़ निवासी सलमान इम्तियाज ने कहा कि जो लोग हमसे सबूत मांगते हैं, उन्हें हम सबूत नहीं देंगे। इस देश के लिए मुस्लिम बच्चा, महिला सभी ने कुर्बानी दी है। बंटवारे के समय में हम सबूत दे चुके हैं। बता चुके हैं कि हमें कौन प्यारा है। हम इंडियन मुस्लिम हैं।

शहरों के नाम बदलने से दूर नहीं होगी गरीबी

आजमगढ़ के सराय मीर निवासी हमजा सूफियान कहा कि हम सभी को यूनियन की साख को बचाना होगा। मुसलमानों के नाम पर शहरों के नाम बदले जा रहे हैं। इससे क्या गरीबी दूर हो जाएगी? इतिहास को बदलने काम किया जा रहा है। एएमयू में ङ्क्षहदी के बोर्ड लगाए जा रहे हैं। उर्दू को गायब किया जा रहा है। उर्दू के बोर्ड एएमयू में नहीं लगेंगे तो क्या बीएचयू में लगेंगे?

कौम ने दिया ताज-ए-हुश्न

आजमगढ़ निवासी हुजैफा आमिर शहरों का नाम बदलने पर मोदी व योगी सरकारों को कठघरे में रखा। कहा, हम ऐसी कौम से ताल्लुक रखते हैं, जिसने मुल्क को ताज-ए-हुस्न के रूप में ताजमहल दिया। कुतुबमीनार दी। मुल्क के वजीरे आलम (प्रधानमंत्री) हमसे सवाल करते हैैं। हमको दो नंबर का शहरी समझा जाता है। लाल किले की ओर इशारा करते हुए कहा कि पूछिए उनसे, जहां से खड़े होकर वो तकरीर करते हैैं, उसे क्या उनके बाप-दादा लेकर आए थे। 1857 के गदर में सबसे अधिक कुर्बानी मुसलमानों ने दी।

मोदी सरकार चाहती है बांटना

छात्रों की समस्याओं पर कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को खरी- खरी सुनाई। अध्यक्ष का चुनाव लड़े बिहार निवासी अलाउद्दीन ने कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि हम आपसी सियासत में बंट जाए। वोटर लिस्ट से नाम काटे जा रहे हैं। अन्य छात्र नेताओं ने भाजपा सरकारों पर प्रहार किए।


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