महिला डॉक्टर के उत्पीडऩ में AMU प्रोफेसर निलंबित, जानिए विस्तार Aligarh News
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज के औषध विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद नसीरुद्दीन को एक महिला डॉक्टर के उत्पीडऩ के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज के औषध विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद नसीरुद्दीन को एक महिला डॉक्टर के उत्पीडऩ के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी बिठा दी है। देरी से हुई कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं।
यह है मामला
औषध विज्ञान विभाग की महिला डॉक्टर (सीनियर रेजीडेंट) ने विभागाध्यक्ष प्रो.नसीरुद्दीन के खिलाफ नौ दिसंबर 2019 को इंतजामिया से शिकायत की थी, जिसे जांच के लिए आंतरिक शिकायत समिति (आइसीसी) में भेज दिया था। सूत्रों के अनुसार डॉक्टर शादीशुदा हैं। उन्हें यह साहस उनके पति ने ही दिया। शिकायत करने से पहले पीडि़ता ने सारे सबूत जुटाए। इनमें वाट्सएप पर प्रोफेसर की ओर से भेजे संदेश भी शामिल थे। आइसीसी ने जांच रिपोर्ट सात मार्च को कुलपति को भेज दी।
विभागीय जांच बैठाई
प्रोफेसर को आरोपित मानते हुए निलंबित करने की सिफारिश की गई। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने रिपोर्ट मिलने के बाद प्रोफेसर को 18 मार्च को निलंबित कर दिया। रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद द्वारा जारी आदेश में प्रोफेसर के खिलाफ विभागीय जांच भी बिठा दी है।
प्रोफेसर मिले आरोपित
एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद का कहना है कि सीनियर रेजीडेंट की शिकायत पर हुई जांच में प्रोफेसर आरोपित पाए गए थे। इसके आधार पर ही निलंबन की कार्रवाई की गई है।
पहले भी हो चुके हैं एएमयू में यौन उत्पीडऩ के मामले में
अलीगढ़। एएमयू के विमेंस स्टडी सेंटर में तैनात रिसर्च असिस्टेंट की शिकायत पर आरोपी पर कानूनी शिकंजा कस रहा है। आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में आज छेड़छाड़ का अभियोग दर्ज हो गया है। उधर, डेंटल कालेज में मरीज के साथ छेड़छाड़ करने के आरोपी एमडीएस छात्र की भी जांच शुरू हो गई है।
यौन उत्पीडऩ का आरोप
जेएन मेडिकल कालेज से एमडी कर रही कश्मीरी छात्रा को पीटने के आरोपी को इंतजामिया पहले ही निलंबित कर चुकी है। विमेंस सेंटर में तैनात महिला रिसर्च असिस्टेंट ने सेंटर में ही काम करने वाले कर्मचारी पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। कुलपति, प्रॉक्टर को भेजी शिकायत में कहा था कि सेंटर में उसे लगातार परेशान किया जा रहा है। एक कर्मचारी उस पर छींटाकशी, अश्लील हरकतें करता है। महिला ने विमेंस सेल की निर्देशिका पर भी सवाल उठाए थे। प्रॉक्टर डॉ. जमशेद सिद्दीकी ने पीडि़ता से शिकायती पत्र को सेंटर से फारवर्ड कराने के लिए कहा था।