एएमयू के एमरेट्स प्रोफेसर इरफान हबीब बोले, अमित शाह से अच्छा नाम है जमीरउद्दीन शाह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैजाबाद का नाम अयोध्या व इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने को प्रख्यात इतिहासकार व एएमयू के एमरेट्स प्रोफेसर इरफान हबीब ने हिंदुत्व की फिलॉस्फी लागू करना करार दिया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैजाबाद का नाम अयोध्या व इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने को प्रख्यात इतिहासकार व एएमयू के एमरेट्स प्रोफेसर इरफान हबीब ने ङ्क्षहदुत्व की फिलॉस्फी लागू करना करार दिया है। कहा है कि सरकार दर्शाना चाहती है कि इन शहरों में कभी हिंदू-मुसलमान या मुगल बादशाह थे ही नहीं, जिन्होंने इलाहाबाद का किला बनाया, आगरा का ताजमहल बनाया
... मैंं लखनऊ का प्रतिनिधित्व करता हूं
प्रो. इरफान ने कहा कि सभी को पता है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में यूपी सरकार ने मांग की थी कि लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुरी हो जाए। बाजपेयी ने कहा था कि मुझे तो लखनऊ ने जिताया है, मैं तो लखनऊ का प्रतिनिधित्व करता हूं। तब यह बात दब गई थी। ताज्जुब है कि लखनऊ को अभी तक लक्ष्मणपुरी क्यों नहीं किया गया? फैजाबाद जिले का नाम इसलिए बदलना कि वह फारसी नाम है तो यह समझ से परे है।
अमित शाह बदलें अपना नाम
इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर भाजपा ने खुदा का नाम मिटाने का काम किया है। भाजपाइयों को पहले अपने नाम बदलने चाहिए। किसी का नाम मजूमदार है तो किसी का नाम अमित शाह। जमीरउद्दीन शाह तो ठीक है, क्योंकि जमीरउद्दीन अरबी और शाह फारसी लब्ज है। अमित शाह तो कहते हैं कि हम तो निरे हिंदुस्तानी हैं तो वो अपना नाम बदल लें।