Technician Took Bribe in Aligarh : जांच रिपोर्ट सुरक्षित, घूसखोरी के प्रकरणों में होली के बाद कार्रवाई
घूस लेने व जिला अस्पताल में हड्डी के आपरेशन के लिए 13 हजार रुपये वसूलने के मामले की जांच जारी है। दीनदयाल अस्पताल के मामले में विभागीय जांच रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है और मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है।
अलीगढ़, जेएनएन। दीनदयाल अस्पताल में आयु प्रमाण-पत्र के लिए एक्स-रे टेक्नीशियन द्वारा 10 हजार रुपये की घूस लेने व जिला अस्पताल में हड्डी के आपरेशन के लिए 13 हजार रुपये वसूलने के मामले की जांच जारी है। दीनदयाल अस्पताल के मामले में विभागीय जांच रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है और मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है। वहीं, जिला अस्पताल प्रबंधन ने भी हड्डी रोग विशेषज्ञ पर कार्रवाई के लिए निदेशालय को पत्र लिख दिया है। ऐसे में एक्स-रे टेक्नीशियन व हड्डी रोग विशेषज्ञ के खिलाफ होली के बाद कभी भी कार्रवाई हो सकती है। सीएमअो खुद दोनों मामलों पर नजर रखे हुए हैं।
ये है पहला मामला
सप्ताहभर पहले एक सपा नेता ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर यह वीडियो अपलोड की। इसमें दीनदयाल अस्पताल का एक्स-रे टेक्नीशियन एक बंद कमरे में आयु प्रमाण-पत्र के लिए घूस लेते हुए दिखाई दिया। यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसमें एक्स-रे टेकनीशियन 10 हजार रुपये की गड्डी जेब में रखते हुए दिखाई दे रहा है। वह इन रुपयों को कम भी बताता है। कहता है कि 20 हजार रुपये सीएमओ को देने होंगे और 10 हजार यहां जाएंगे। यह वार्ता एक बंद कक्ष में हो रही है। कुछ आश्वस्त होने पर वह रुपये अपने पास रख लेता है और कक्ष की कुंडी खोलकर बाहर निकल जाता है।
ये है दूसरा मामला
जिला संभल के सराय गुन्नौर निवासी बनवारी सिंह ने बताया कि करीब 22 दिन पूर्व स्कूल से लौटते समय हादसे में पुत्र ब्रजेश का पैर फ्रेक्चर हो गया। जिला अस्पताल में हड्डी रोग विशेषत्र ने आपरेशन की जरूरत बताई। इसके लिए 13 हजार रुपये वसूल लिए गए, जबकि पर्ची केवल 400 रुपये की दी। पूछने पर जवाब मिला कि यहां पर ऐसे ही आपरेशन होते हैं। 13-14 मार्च को आपरेशन हो गया। उसके बाद शहर विधायक तक शिकायत पहुंचाई।
अब तक हुई कार्रवाई
दीनदयाल अस्पताल में घूसखोरी का मामला सामने आते ही अधिकारी सतर्क हो गए। सीएमएस ने तत्काल एक्स-रे टेक्नीशियन को हटाकर अपने कार्यालय से अटैच कर दिया। साथ ही तीन सदस्य वाली जांच कमेटी बना दी, जिसने गुरुवार को बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीएमएस ने अपनी टिप्पणी के साथ निदेशालय भेज दी है। वहीं, सीएमओ के अनुरोध पर डीएम ने अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम को जांच सौंपी है, इसकी रिपोर्ट होली के बाद डीएम को मिल जाएगा।
वहीं, जिला अस्पताल के प्रकरण में सीएमएस ने पुनर्नियोजन पर नियुक्त हड्डी रोग विशेषज्ञ की रिपोर्ट बनाकर अग्रिम कार्रवाई के लिए निदेशालय भेज दी है। सीएमओ ने शनिवार को खुद जिला अस्पताल पहुंचकर इस मामले में सीएमएस से जानकारी ली।
दोनों ही मामलों में रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। होली के बाद इसमें दिशा-निर्देश प्राप्त होने की संभावना है। शासन की जीरो टालरेंस नीति के अंतर्गत ऐसे मामलों को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।
- डा. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ।