अलीगढ़ के विकास को नए निजाम का इंतजार, इसी साल पूरी होंगी ये परियोजनाएं
अलीगढ़़ में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम होना है। विधानसभा चुनाव के चलते काम में थोड़ा रुकावट है। चुनाव परिणाम आते ही टेंडर कराया जाएगा और तेजी से इसी साल कई परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। विकास कार्यों की रफ्तार अब प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद ही तेज होगी। कई योजनाओं की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। बजट भी तय है। कुछ के टेंडर हो चुके हैं, कुछ के आचार संहिता के चलते रूके हुए हैं। मार्च में चुनाव परिणाम जारी होने के बाद ही ये टेंडर कराए जाएंगे। वहीं, जो टेंडर हो चुके है, उन पर काम शुरू करा दिया गया है। यही नहीं, स्मार्ट सिटी की कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाएं इस साल पूरी हो जाएंगी। शहरवासी इनकी सुविधा उठा सकेंगे।
स्मार्ट सिटी ने एक अरब 72 करोड़ 50 लाख की परियोजनाओं पर लगाई मुहर
स्मार्ट सिटी के तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं में लालडिग्गी स्थित अलीगढ़ हैबिटेट सेंटर (आइसीसीसी), अचल सरोवर और स्मार्ट रोड हैं। इस साल निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके अलावा स्मार्ट सिटी ने एक अरब 72 करोड़ 50 लाख की अन्य परियोजनाओं पर मुहर लगा दी है। इन परियोजनाओं का लाभ भी शहरवासी इसी साल में उठाएंगे। चुनाव परिणाम जारी होने पर इन परियोजनाओं पर तेजी से काम शुरू होगा। स्मार्ट सिटी की सीइओ व नगर आयुक्त गौरांग राठी का कहना है कि मुख्य सड़कों, डिवाइडर और सार्वजनिक स्थानों पर बागवानी और पौधारोपण होगा, सड़क किनारे लगे पेड़ों पर रोशनी की व्यवस्था की जाएगी, जवाहर भवन का सुंदरीकरण, 30 स्थानों पर स्मार्ट वेंडिंग जोन, 10 स्थानों पर सुविधाजनक फूड प्लाजा, क्वार्सी, सासनीगेट, सूतमिल और एटा चुंगी चौराहे का सुंदरीकरण, रसलगंज, नई बस्ती, घुडिय़ाबाग, पुलिस लाइन, देहलीगेट, ऊपरकोट, रेलवे रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय व बराई स्थित राजकीय कन्या इंटर कालेज का आधुनिकीकरण और सुंदरीकरण होना है।
ये भी होंगे विकसित
इसके अलावा, बरछी बहादुर दरगाह से अब्दुल खालिक रोड क्रासिंग, यहां से मदारगेट क्रासिंग व मीनाक्षी पुल से छर्रा अड्डा क्रासिंग तक, बन्नादेवी चर्च से रेलवे रोड क्रासिंग, अब्दुल करीम क्रासिंग से जीटी रोड क्रासिंग, देहलीगेट से बारहद्वारी और मालगोदाम क्रासिंग से अब्दुल करीम क्रासिंग तक कैरिजवे विकसित होगा। ये विकास कार्य स्मार्ट सिटी के बजट पर अलग-अलग विभागों द्वारा कराए जाएंगे। जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत 139 करोड़ रुपये की 'स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम' परियोजना पर काम शुरू हो चुका है। इस साल ये परियोजना पूरी कर ली जाएगी।