Move to Jagran APP

उर्वरक के कैशलेस व्यापार में अलीगढ़ का सातवां स्थान, ऐसे मिली कामयाबी

उर्वरक व्यापारियों ने खूब जपा। यही वजह है कि प्रदेश में उर्वरक के कैशलेस व्यापार में अलीगढ़ टॉपटेन सूची में है। 44.50 फीसद फर्मों ने ऑनलाइन खरीद-फरोख्त कर जिले काे सातवें पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। फर्म पर क्यूआर कोड लगाना अनिवार्य होगा।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 07:15 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 07:15 AM (IST)
उर्वरक के कैशलेस व्यापार में अलीगढ़ का सातवां स्थान, ऐसे मिली कामयाबी
धानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया का मंत्र यहां उर्वरक व्यापारियों ने खूब जपा।

अलीगढ़, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया का मंत्र यहां उर्वरक व्यापारियों ने खूब जपा। यही वजह है कि प्रदेश में उर्वरक के कैशलेस व्यापार में अलीगढ़ टॉपटेन सूची में है। 44.50 फीसद फर्मों ने ऑनलाइन खरीद-फरोख्त कर जिले काे सातवें पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। लखनऊ, इलाहाबाद, कानपुर जैसे बड़े जिले भी पिछड़ गए। लखनऊ 19वें नंबर पर है। यहां 472 विक्रेताओं में 155 विक्रेता ही कैशलेस व्यापार कर रहे हैं। कानपुर 67वें स्थान पर है। यहां 502 विक्रेताओं में 66 कैशलेस का पालन कर रहे हैं। इलाहाबाद 34 वें नंबर पर है। यहां 1152 विक्रेताओं में 310 ही प्रणाली से जुड़े हैं। हालांकि, अलीगढ़ की उपलब्धि को कृषि अधिकारी कम बता रहे हैं। अब उनका लक्ष्य टॉप थ्री में आने का है। इसके लिए फर्म संचालकों को कैशलेस व्यापार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हिदायत भी दी जा रही है। दरअसल, क्यूआर कोड के बिना व्यापार करने पर उर्वरक की आपूॢत बंद करने की कार्रवाई जल्द ही शुरू होने वाली है। हर व्यापारी को अपनी फर्म पर क्यूआर कोड लगाना अनिवार्य होगा।

loksabha election banner

कालाबाजारी पर लगेगी लगाम

कैशलेस प्रणाली से खाद की कालाबाजारी पर बहुत हद तक लगाम कस सकेगी। इससे तय मूल्य पर खाद खरीदने में किसानों की जेब नहीं कटेगी। बड़े व्यापारियों पर भी कृषि अधिकारी नकेल कस सकेंगे। वहीं, फुटकर विक्रेताओं को ब्लैक में खाद नहीं खरीदनी पड़ेगी। उर्वरक विक्रेताओं के लिए पीओएस (प्वाइंट आफ सेल) मशीन लगवाना पहले ही अनिवार्य कर दिया गया है। पीओएस के जरिये किसानों को न केवल पक्की रसीद मिलेगी, कृषि विभाग की नजर भी दुकानदारों पर बनी रहेगी।

प्रदेश की स्थिति

60,690 लाइसेंस धारक हैं प्रदेश के 75 जिलों में

55,130 व्यापारियों की संचालित हैं फर्म

14,630 व्यापारी कर रहे कैशलेस व्यापार

26.54 प्रतिशत है प्रदेश में कैशलेस व्यापार

कैशलेस उर्वरक बिक्री में टॉपटेन जिले

जनपद, फर्म, ऑनलाइन बिक्री, प्रतिशत

हापुड़, 246, 231, 93.90

शाहजहांपुर, 1314, 1224, 93.15

ललितपुर, 212, 133, 62.74

मेरठ, 548, 296, 54.01

संभल, 532, 273, 51.32

आगरा, 857, 437, 50.99

अलीगढ़, 1119, 498, 44.50

सहारनपुर, 463, 202, 43.63

बलरामपुर, 844, 367, 43.48

बागपत, 231, 98, 42.42

कैशलेस व डिजिटल भुगतान प्रणाली के क्रियांवयन के लिए सभी थोक व फुटकर विक्रेताओं का निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड लगाना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने वालों की आपूॢत बंद की जा सकती है।

-विनोद कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी, अलीगढ़।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.