अलीगढ़वासियों ने नगर निगम की ली चुटकी, फेसबुक पर बधाई पत्र तो डाल दिए, लिखावट भी बदल लेते
शहर में सफाई व्यवस्था कैसी है ये जानना है कि तो एक बार गली-मोहल्लों में घूम आइए। सच्चाई से वाकिफ हो जाएंगे। जगह-जगह लगे कूड़े ढेर गंदगी से बजबजाती नालियां उखड़ी सड़कों पर हिचकोले खाते वाहन नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोलते नजर आएंगे।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर में सफाई व्यवस्था कैसी है, ये जानना है कि तो एक बार गली-मोहल्लों में घूम आइए। सच्चाई से वाकिफ हो जाएंगे। जगह-जगह लगे कूड़े ढेर, गंदगी से बजबजाती नालियां, उखड़ी सड़कों पर हिचकोले खाते वाहन नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खोलते नजर आएंगे। लेकिन, निगम अफसर ये मानने को तैयार ही नहीं। दूसरों को अपनी नजराें से शहर दिखाने की कोशिश भी करने लगे हैं। चुनाव नजदीक हैं और स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की परीक्षा भी है, ऐसे में जनता का अच्छा फीडबैक चाहिए। इसलिए अफसरों ने नया प्रयोग किया है। फेसबुक पर शहरवासियों की ओर से नगर निगम की फेसबुक आइडी पर बधाई पत्र डाले जा रहे हैं। हाथ से लिखे इन पत्रों पर लिखने वालों के नाम अलग-अलग हैं। लेकिन, लिखावट और लेखन एक जैसा है। लोग खूब चुटकी ले रहे हैं। कह रहे हैं कि कम से कम लिखावट तो बदल लेते।
स्वच्छ सर्वेक्षण में लोगों के फीडबैक के नंबर भी जुड़ते हैं
स्वच्छ सर्वेक्षण की महापरीक्षा में लोगों के फीडबैक के नंबर भी जुड़ते हैं। ये फीडबैक आनलाइन लिया जाता है। टीम भी गली-गली घूमकर लोगों से साफ-सफाई के बारे में जानकारी लेती हैं। इसी आधार पर सर्वेक्षण के परिणाम घोषित किए जाते हैं। पिछले साल नगर निगम ने शहरभर में पेंटिंग कराई थी। एक निजी एजेंसी के जरिए घर-घर जाकर लोगों ने फीडबैक लिए गए। इस महापरीक्षा का फिर आगाज हुआ है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नगर निगम अच्छा महसूस करा रहा है। अलग-अलग नाम से लिखे पत्र नगर निगम की फेसबुक आइडी से पोस्ट किए जा रहे हैं। इनमें लिखा है कि नगर निगम बेहतर काम कर रहा है। उनके वार्ड में सफाई व्यवस्था अच्छी है। घरों से नियमित कूड़ा उठ रहा है। निगम अधिकारी क्षेत्रों में भ्रमण कर समस्याएं सुनते हैं। नालियों की सफाई होती है, सफाई कर्मचारी प्रतिदिन गली-मोहल्लों में आते हैं।
एक ही व्यक्ति अलग अलग नाम से लिख रहा पत्र
ऐसी बहुत सी बातें इन पत्रों में लिखी हैं, जाे अलीगढ़ नगर निगम आदर्श निगम साबित करने के लिए काफी हैं। काश जो लिखा गया है, वैसा ही होता। लेकिन, इन पत्रों की लिखावट और लेखन देखकर लोगों काे लगा कि एक ही व्यक्ति अलग-अलग नाम से ये पत्र लिखे हैं। फेसबुक नगर निगम से जुड़े लोग खूब कटाक्ष कर रहे हैं।