चोरी का बच्चा खरीदने वालेे को नहीं पकड़ सकी अलीगढ़ पुलिस, कई वारदातों से लोगों में दहशत
छर्रा अड्डा पुल के नीचे से बच्चे का अपहरण करने के मामले में बच्चे को खरीदने वाले आरोपित युवक अक्षय सात दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस मामले में बच्चे को खरीदने वाली महिला व चोरी करने वाले दो युवकों को जेल भेज चुकी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। छर्रा अड्डा पुल के नीचे से बच्चे का अपहरण करने के मामले में बच्चे को खरीदने वाले आरोपित युवक अक्षय सात दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस मामले में बच्चे को खरीदने वाली महिला व चोरी करने वाले दो युवकों को जेल भेज चुकी है। महिला के पति की तलाश में थाना पुलिस, सर्विलांस व स्वाट टीमें लगी हुई हैं।
एक नवंबर को चार साल के बच्चे का हुुुआ था अपहरण
एक नवंबर को छर्रा अड्डा पुल के नीचे से बिहार के जिला भागलपुर के गांव तमौनी बिसनपुर निवासी बबलू के चार साल के बेटे भोला का अपहरण हो गया थी। बबलू झुग्गियों में रहते हैं। दो बाइक सवार भोला को कन्या-लांगुरा पूजन में खाना खिलाने की बात कहकर ले गए थे। इस मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने आपरेशन खुशी के तहत एसपी सिटी, सीओ तृतीय के नेतृत्व में आरोपितों की धरपकड़ के लिए जाल बिछाया। सबसे पहले बाइक का नंबर ट्रेस हुआ। इसी बीच मुखबिर की मदद से एक आरोपित सनी की भी पहचान हो गई। पता चला कि दोनों बाबरी मंडी में बच्चा बेच गए हैं। पुलिस ने यहां दबिश दी तो कोई नहीं मिला। इसी घेराबंदी के डर से दोनों आरोपित बच्चे को घटनास्थल पर ही छोड़ने जा रहे थे, तभी दबोचे गए। इनके नाम गंभीरपुरा निवासी सनी व प्रिंस हैं। सनी ने अपनी दाढ़ी व बच्चे के बाल भी कटवा दिए थे। इधर, अगले दिन पुलिस ने बच्चा खरीदने वाली महिला सोनिया को भी गिरफ्तार कर लिया।
लंबे समय से बच्चे की इच्छा जता रही थी महिला
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि सोनिया को लंबे समय से बेटे की इच्छा थी। इसके लिए सनी ने उसे बेटा लाने का वादा किया। 20 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। आरोपितों ने अपहरण के बाद दोनों ने बच्चे के बाल कटवाए और करीब 12 बजे सोनिया के घर उसे छोड़ आए। यहां बच्चे को नहलाया गया। वहीं चार घंटे बाद भी बच्चे को लौटाना पड़ा। इंस्पेक्टर क्वार्सी विजय सिंह ने बताया कि सोनिया के पति अक्षय की तलाश जारी है। इसके लिए टीमें लगी हुई हैं।