Move to Jagran APP

अलीगढ़ रेंज के नए आइजी पीयूष मोर्डिया ने संभाला कार्यभार, जनता के काम होगी प्राथमिकता Aligarh news

आइजी पीयूष मोर्डिया ने जनता के काम उनकी संतुष्टि व ईमानदार पुलिसिंग को प्राथमिकता बताया है। थानाध्यक्षों को समझाया जाएगा कि फरियादियों की बात सुनें और उनके साथ अच्छा व्यवहार करें।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 12:54 PM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 12:54 PM (IST)
अलीगढ़ रेंज के नए आइजी पीयूष मोर्डिया ने संभाला कार्यभार, जनता के काम होगी प्राथमिकता Aligarh news
अलीगढ़ रेंज के नए आइजी पीयूष मोर्डिया ने संभाला कार्यभार, जनता के काम होगी प्राथमिकता Aligarh news

अलीगढ़, जेएनएन।  केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे  आइपीएस  पीयूष  मोर्डिया  ने सोमवार को अलीगढ़ रेंज के नए  आइजी  के रूप में कार्यभार संभाल लिया।  आइजी  पीयूष  मोर्डिया  ने जनता के काम, उनकी संतुष्टि व ईमानदार पुलिसिंग को प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा कि थानाध्यक्षों को समझाया जाएगा कि  फरियादियों  की बात  सुनें  और उनके साथ अच्छा व्यवहार करें।

loksabha election banner

तत्कालीन  आइजी  दीपक रतन को प्रदेश सरकार ने रविवार को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रिलीव कर दिया। वह 20 दिन ही अलीगढ़ में रहे। इनकी जगह अब 1998 बैच के  आइपीएस  पीयूष  मोर्डिया  को अलीगढ़ रेंज की कमान सौंपी गई है। नवागत  आइजी  पीयूष  मोर्डिया  सोमवार दोपहर को दिल्ली से आए। यहां एसएसपी  मुनिराज  ने आगवानी की। चार्ज संभालने के बाद  आइजी  ने कहा कि कोरोना काल में पुलिस का काम दोगुना हो गया है। ऐसे में सतर्कता का ध्यान रखा जाएगा। पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए जनता से संवाद बढ़ाना होगा। अपराधी को किसी भी कीमत पर ना बख्शें। कहीं भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।  आइजी  ने कहा कि बेतरतीब चीजों की वजह से कई बार दिक्कतें बढ़ती जाती हैं। ऐसे में छोटी से छोटी चीजों पर ध्यान देना होगा।  आइजी  ने कहा कि रेंज के चारों जिलों की कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। कमियों को दूर कर सुधार की कोशिश रहेगी। मूलरूप से अजमेर (राजस्थान) के रहने वाले पीयूष  मोर्डिया  शुरुआत में राजस्थान के पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात रहे थे। यूपी में भी कई जिलों में काम किया। वर्ष 2012 में अलीगढ़ में डेढ़ साल एसएसपी रहे।

महिला असिस्टेंट ने एएमयू प्रोफेसर समेत चार पर दर्ज कराया मुकदमा

एएमयू के उर्दू विभाग में कार्यरत जूनियर असिस्टेंट ने विभाग के सहायक एडिटर व प्रोफेसर समेत चार लोगों के खिलाफ  छेड़छाड  का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में महिला असिस्टेंट ने विभाग में कार्यरत सहायक एडिटर अबूबकर, शाकिर अली,  ताबिश  व प्रो. हाशिम को नामजद कराया है। आरोप है कि अबू  बकर  सहकर्मियों के साथ काफी दिनों से उन पर भद्दे कमेंट कर रहे थे। तीन महीने पहले कार में घर जाने के दौरान अबू  बकर  ने उनका हाथ  पकड़कर   छेडख़ानी  की। विभाग के हेड प्रोफेसर हाशिम से शिकायत की गई। एडमिनिस्ट्रेशन में भी शिकायत की गई, फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। महिला असिस्टेंट का आरोप है कि एकतरफा कार्रवाई में उन्हें ही सस्पेंड कर दिया गया। इंस्पेक्टर सिविल लाइन  प्रमेंद्र   ङ्क्षसह  ने बताया कि जांच की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.