एएमयू के पुस्तकालय होंगे स्वचालित, तीन दिवसीय आनलाइन प्रशिक्षण में बतायी जाएगी बारीकियां
मौलाना आजाद लाइब्रेरी में अलग-अलग विभागों व उप महाविद्यालयों के लगभग 110 पुस्तकालय हैं। एएमयू लाइब्रेरी नेटवर्क को 2012 में सभी विश्वविद्यालय पुस्तकालयों का केंद्रीय डेटाबेस बनाने के उद्देश्य से पेश किया गया था। वेब ओपैक की मदद से इसे कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। एएमयू की मौलाना आजाद लाइब्रेरी के तत्वावधान में एलआइबीएसवाईएस लिमिटेड गुरग्राम के सहयोग से एएमयू में कार्यरत पुस्तकालय पेशेवरों के लिए तीन दिवसीय आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एएमयू में काम कर रहे सभी पुस्तकालय पेशेवरों को एलआइबीएसवाईएस साफ्टवेयर का उपयोग करके अपने सेमिनार, कालेज और विभागीय पुस्तकालयों को पूरी तरह से स्वचालित करने के लिए प्रशिक्षित करना था। एएमयू के पुस्तकालय इस साफ्टवेयर के जरिए स्वचालित होंगे।
2001 में शुरु हुई थी स्वचालन की प्रक्रिया
पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो. निशात फातिमा ने बताया कि 2001 में स्वचालन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। मौलाना आजाद लाइब्रेरी में अलग-अलग विभागों व उप महाविद्यालयों के लगभग 110 पुस्तकालय हैं। एएमयू लाइब्रेरी नेटवर्क को 2012 में सभी विश्वविद्यालय पुस्तकालयों का केंद्रीय डेटाबेस बनाने के उद्देश्य से पेश किया गया था। वेब ओपैक की मदद से इसे कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है। इस दौरान डा. आसिफ फरीद सिद्दीकी, डा. अरुण कुमार, डा. जाफर इकबाल, डा. टीएस असगर आदि मौजूद रहे।
एएमयू बीटेक छात्रों को मिला बेस्ट पेपर अवार्ड
अलीगढ़ । एएमयू के जाकिर हुसैन कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी में बीटेक (इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग) के दो छात्रों बी. जाहिद हुसैन और इफराह अंदलीब की माडल प्रस्तुति को सर्वश्रेष्ठ पेपर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इंस्टीट्यूट आफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियर्स की ओर से आयोजित आनलाइन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सीएक्सआर इमेज से आटोमेटेड कोविड-19 डायग्नोसिस के लिए लाइट वेट डीप लर्निंग माडल पर उनकी प्रस्तुति को सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार मिला। इस शोधपत्र को उक्त छात्रों ने शिक्षक मोहम्मद समर अंसारी एएमयू और नादिया कंवल आयरलैंड के मार्गदर्शन में लिखा है। शोधपत्र में विभिन्न प्रकार की तस्वीरों जैसे सीटी स्कैन और चेस्ट एक्स-रे की सहायता से कोविड के निदान के लिए गहन शिक्षा पर प्रकाश डाला गया है। शोधपत्र को विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों के छात्रों द्वारा प्रस्तुत 90 से अधिक शोधपत्रों में से पुरस्कार के लिए चुना गया था।