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Employees Welfare Association Election : रोविंस और विजय की जोड़ी ने ऐसे जीता मुकाबला , सब हैरान Aligarh News

नगर निगम कर्मचारी कल्याण संघ के चुनाव में राविंस कुमार और विजय गुप्ता ऐसे ही नहीं जीत गए। इसके पीछे की भी रोचक कहानी है। दोनों ने जो मेहनत की वो किसी से छुपी नहीं है। इसके चलते ही निवर्तमान अध्यक्ष संजय सक्सेना को हार का सामना करना पड़ा।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 11:00 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 11:00 AM (IST)
Employees Welfare Association Election : रोविंस और विजय की जोड़ी ने ऐसे जीता मुकाबला , सब हैरान Aligarh News
पहली बार था जब नगर आयुक्त ने मतदान किया। कर्मचारियों में गजब का उत्साह रहा।

अलीगढ़, जेएनएन। नगर निगम कर्मचारी कल्याण संघ के चुनाव में राविंस कुमार और विजय गुप्ता ऐसे ही नहीं जीत गए। इसके पीछे की भी रोचक कहानी है। दोनों ने जो मेहनत की वो किसी से छुपी नहीं है। इसके चलते ही निवर्तमान अध्यक्ष संजय सक्सेना को हार का सामना करना पड़ा। कर्मचारियों ने कांटे के मुकाबले में रोविंस कुमार को अध्यक्ष और विजय गुप्ता को महामंत्री पद पर जीत हासिल दिलाई है। संगठन के इतिहास में यह पहली बार था जब नगर आयुक्त ने मतदान किया। कर्मचारियों में गजब का उत्साह रहा। 

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ऐसे हुआ चुनाव 

नगर निगम कर्मचारी कल्याण संघ का चुनाव अध्यक्ष व महामंत्री पद पर गुरुवार को तय था। सुबह आठ बजे सेवाभवन में बने दो बूथो पर वोट डाले गए। अधिकारी, कर्मचारी मिलाकर कुल 408 वोटरों में 393 ने मतदान किया। अध्यक्ष पद के लिए निवर्तमान अध्यक्ष संजय सक्सेना, चक्रवती दत्त शर्मा, रोविंस कुमार, हाकिम सिंह खड़े थे। वहीं, महामंत्री पद पर निवर्तमान महामंत्री मानवेंद्र सिंह बघेल, विजय गुप्ता और चंद्रभान सिंह थे। निर्वाचन अधिकारी विनय राय की देखरेख में शाम चार बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ। इसके बाद दो चरणों में मतगणना चली। शाम साढ़े पांच बजे परिणाम घोषित कर दिए गए। रोविंस कुमार ने 16 वोटों से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। उन्हें कुल 155 वोट मिले। वहीं, विजय गुप्ता महामंत्री पद पर पांच वोट से विजयी घोषित किए गए। उन्हें कुल 168 वोट मिले हैं। नगर निगम में इस चुनाव की तैयारी महीनों पहले ही शुरू हेा गई थी। दावेदारों में से किसी ने कर्मचारियों के हाथ जोड़े तो कसी से वोट अपने पक्ष में देने के लिए कसम दिलाई। निवर्तमान पदाधिकारियों उन खामियों को भी कर्मचारियों के सामने उजागर किया जो काम नहीं हो सके थे। ऐसे ऐसी रणनीति थी जिसे मौजूदा पदाधिकारी समझ नहीं पाए। उन्हें जीत का भरोसा था, इस लिए उत्साह में भी रहे। इससे पहले भी कांटे के मुकाबले इस चुनाव में हो चुके हैं। 

पहले भी रही कांटे की टक्कर

अक्टूबर, 2018 में हुए चुनाव में भी अध्यक्ष व महामंत्री पद पर कांटे की टक्कर रही थी। अध्यक्ष पद के लिए चुने गए संजय सक्सेना को 173 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे रोविंस कुमार को 145 वोट मिले। 93 वोटों के साथ चक्रवर्ती दत्त शर्मा तीसरे और शहजाद को 23 वोट मिले थे। वहीं, महामंत्री पद पर चुने गए मानवेंद्र सिंह बघेल को 192 वोट मिले थे। 141 वोट के साथ चंद्रभान शर्मा दूसरे स्थान पर रहे और तीसरे स्थान पर रहे विजय गुप्ता को 100 वोट मिले थे।

ये रहे नतीजे

अध्यक्ष पद

राेविंस कुमार, 155

संजय सक्सेना, 139

चक्रवर्ती दत्त शर्मा, 60

हाकिम सिंह, 31

निरस्त, आठ

महामंत्री पद 

विजय गुप्ता, 168

मानवेंद्र सिंह, 163

चंद्रभान शर्मा, 57

निरस्त, 5

अधिकारियों के सहयोग से कर्मचारियों के हित कार्य किए जाएंगे। कर्मचारियों ने जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी है, उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन किया जाएगा।

रोविंस कुमार, निर्वाचित अध्यक्ष


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