मेडिकल कॉलेज ने शुरू की ओपीडी की ई-परामर्श सेवा Aligarh news
कोविड- 19 को देखते हुए अलीगढ़ जेएन मेडिकल कॉलेज में ओपीडी ई-परामर्श सुविधा शुरू की गई है। ई-परामर्श सुविधा के तहत 16 जून से सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
अलीगढ़, [जेएनएन]। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में रेडियोथेरेपी, टीबी, श्वांस रोग विभाग व बाल रोग विभाग में कोविड- 19 को देखते हुए ओपीडी ई-परामर्श सुविधा शुरू की गई है। ङ्क्षप्रसिपल प्रो. शाहिद अली खान के अनुसार, ई-परामर्श सुविधा के तहत 16 जून से सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक लैंडलाइन फोन नंबर 0571-2703167, 2703168, 2703169 और 2703170 पर संपर्क किया जा सकता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वाट्सएप व ईमेल से करें संपर्क
एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के इलाज बित तदबीर विभाग ने भी सभी कार्य दिवसों में मरीजों के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक मुफ्त ई-परामर्श सुविधा शुरू की है। विभागाध्यक्ष प्रो. आसिया सुल्ताना ने कहा कि मरीज दिए गए समय के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वाट्सएप अथवा ईमेल के जरिये डॉक्टरों से संपर्क कर सकते हैं। ऑनलाइन परामर्श के लिए प्रो. आसिया सुल्ताना से उनके ई-मेल aasia.sultana@gmail.com तथा मोबाइल नंबर 8755199034 पर, प्रो. मोहम्मद अनवर से mohdanwarnium@gmail.com तथा 8979224254 पर, डा. एम साद अहमद खान से dr.mskhan@gmail.com तथा 9412595931 और डा. मोहम्मद शोएब से drmshoaaib@gmail.com और 9411491568 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है। कुलपति, प्रो तारिक मंसूर ने उम्मीद जताई कि अन्य क्लीनिकल विभाग भी जल्द यह सुविधा प्रारंभ करेंगे और इससे रोगियों को लाभ होगा।
ज्यादा मृत्युदर के कारणों की जांच करेंगे लखनऊ के प्रोफेसर
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए चल रही कवायदों को परखने के लिए सोमवार को शासन की टीम अलीगढ़ आएगी। लखनऊ के एसजीपीजीआइ के सीनियर प्रोफेसर भी आ रहे हैं। वे प्रमुख रूप से यहां मृत्यु दर अधिक होने के कारणों की पड़ताल करेंगे। अब तक 290 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। 21 की मृत्यु हो चुकी है।
मेडिकल कॉलेज में ही हुई मौतें
सीएमओ डॉ. भानुप्रताप कल्याणी ने बताया कि मृत्यु के कई कारण सामने आए हैं। एक तो कई मरीज देरी से हॉस्पिटल पहुंचे। कुछ पहले ही डायबिटीज, टीबी, किडनी, हार्ट, अस्थमा व अन्य बीमारियों से ग्र्रस्त थे। सभी मौतें मेडिकल कॉलेज में ही हुई हैं। लखनऊ के प्रोफेसर देखेंगे कि हम कोरोना में जो काम कर रहे हैं, उनमें क्या-क्या कमी है? क्या सुधार हो सकते हैं? मरीजों का ट्रीटमेंट कैसे शुरू करना है? मृत्यु दर को रोकने के लिए और क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं। सीएमओ के अनुसार एक अन्य टीम भी शासन से आ रही है। पहले स्वास्थ्य सचिव के आने की सूचना मिल रही थी। अब वे नहीं आ रहे हैैं।