Aligarh Coronavirus Vaccination Alert: टीके से न घबराएं शुगर के मरीज व धात्री महिलाएं, जानिए क्यों
नपद में टीकाकरण अभियान ने गति पकड़ी हुई है। खराब मौसम के बावजूद रोजाना पांच-छह हजार लोग केंद्रों पर टीकाकरण लगवा रहे हैं। इनमें युवाओ की संख्या सबसे ज्यादा है। हालांकि अभी गंभीर रूप से बीमार धात्री महिलाएं व अन्य लोग टीकाकरण में संकोच कर रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। जनपद में टीकाकरण अभियान ने गति पकड़ी हुई है। खराब मौसम के बावजूद रोजाना पांच-छह हजार लोग केंद्रों पर टीकाकरण लगवा रहे हैं। इनमें युवाओ की संख्या सबसे ज्यादा है। हालांकि, अभी गंभीर रूप से बीमार, धात्री महिलाएं व अन्य लोग टीकाकरण में संकोच कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार शुगर के ऐसे मरीज, जो नियमित रूप से दवाअों का सेवन कर रहे हैं, उन्हें टीका लगवा लेना चाहिए। धात्री महिलाएं भी बिना झिझक के टीका लगवा सकती हैं।
गंभीर रूप से बीमार लोग 4 से 8 सप्ताह बाद ले सकते हैं टीका
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. दुर्गेश कुमार ने बताया स्तनपान कराने वाली यानी धात्री माताओं को कोविड टीकाकरण कराने को लेकर कई तरह की बातें की जा रही थी. सोशल मीडिया पर कोविड का टीका स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए घातक बताया जा रहा था. लेकिन एक्पर्ट ग्रूप के अनुसार सभी धात्री माताएं टीका ले सकती हैं। पत्र में यह कहा गया है कि कोविड संक्रमित रोगियों को यदि एंटी सार्स 2 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दिया गया है तो ऐसे लोग अस्पताल से निकलने के 3 माह बाद टीका ले सकते हैं. साथ ही वैसे सभी लोग जो बीमार है और जिन्हें अस्पताल या आइसीयू देखभाल की जरूरत है, उन्हें कोविड का टीका 4 से 8 सप्ताह बाद तक लगाया जा सकता है।
शुगर के मरीज लगवाएं टीके
दोदपुर स्थित डायबिटीज क्लीनिक के विशेषक डा. एसएस अकबर ने कहा कि यदि शुगर के मरीज नियमित रूप से दवा ले रहे हैं, और टीकाकरण वाले दिन कुछ शुगर बढ़ गई है तो घबराएं नहीं। दरअसल, घर पर जांच के दौरान जो शुगर 300-325 पहुंच रही है, वह खून की जांच में करीब 250 ही आएगी। यदि दवा नहीं ले रहे और शुगर लगातार बढ़ी हुई आ रही तो टीका लगवाने से बचना चाहिए, अन्यथा कोई चिंता की बात नहीं है।