Aligarh Coranavirus News Update: AMU के 1100 छात्र-छात्राएं, कासिमपुर से 200 मजदूर घरों को रवाना
देशभर में चल रहे लॉकडाउन की वजह से एएमयू हॉस्टल में रह रहे 1800 छात्र अपने घर नहीं जा सके हैं। कोरोना से सुरक्षा को लेकर एएमयू इंतजामिया बेहद चिंतित था।
अलीगढ़[जेएनएन]। देशभर में चल रहे लॉकडाउन की वजह से एएमयू हॉस्टल में रह रहे 1800 छात्र अपने घर नहीं जा सके हैं। कोरोना से सुरक्षा को लेकर एएमयू इंतजामिया बेहद चिंतित था। इसको लेकर डीएम ने शासन को जानकारी दी। शासन ने गंभीरता से लेते हुए एएमयू छात्रों को घर भेजने के लिए व्यवस्था कर दी। शुक्रवार को छात्र 600 रोडवेज बसों द्वारा अपने घरों को रवाना हो गए। इनमें बुलंदशहर, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, देवबंद, कानपुर, फतेहपुर आदि जिलों छात्र शामिल हैं।
एएमयू से जाएंगे 1800 छात्र
कोरोना संक्रमण को लेकर चल रहे लॉकडाउन के बीच एएमयू इंतजामिया ने हॉस्टलों में रह रहे छात्र-छात्राओं को एहतियातन उनके घरों तक भिजवाने की व्यवस्था की है। करीब 1800 छात्रों में से पहले दिन करीब 1100 छात्र-छात्राओं को रोडवेज की 37 बसों के जरिए उनके घरों को भेजा गया। शेष छात्र आज सुबह रवाना होंगे। हालांकि इस दौरान बसों में सवार होने के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां एएमयू व पुलिस-प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में उड़ती रहीं।
30 बसों की व्यवस्था की गई
एएमयू सर्किल के पास बसों की व्यवस्था की गई थी। आरएम मोहम्मद परवेज ने बताया कि कुल 37 बसों को सैनिटाइज कराकर मेरठ, सहारनपुर, बिजनौर, पीलीभीत, नगीना, आजमगढ़, देवरिया, शाहजहांपुर, बनारस, बहराइच, गाजीपुर, झांसी एवं प्रयागराज आदि रूटों पर जाने वाले छात्र-छात्राओं को बिठाकर भिजवाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बस में 25 से 30 छात्रों को शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराते हुए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह 30 बसों की व्यवस्था की गई है, जिनसे शेष बचे छात्रों को घर भिजवाया जायेगा।
200 मजदूरों को बसों से घर भेजा
आरएम श्री परवेज ने बताया कि बसों के जरिए जाने वाले छात्र-छात्राओं व मजदूरों की गिनती कराई जा रही है, ताकि संबंधित विभागों से टिकट किराए का भुगतान लिया जा सके। उन्होंने बताया कि कासिमपुर पॉवर हाउस से तोशिबा कंपनी की मांग पर छह बसें उपलब्ध कराई गई। जिनमें कुशीनगर, बलिया, गोरखपुर, बनारस आदि के 476 मजदूरों में से करीब 200 मजदूरों को बसों से घर भेजा गया है। शेष मजदूरों को आज घर भिजवाने की व्यवस्था कर दी गई है।