अलीगढ़ में तीन साल से स्ट्रीट लाइट को तरस रहा हाईवे, ये हैं मौजूदा हालात
बिना लाइट के डिवाइडर पर खड़े पाेल व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे हैं। हाईवे पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था न होने से दिन ढलते ही अंधेरा पसर जाता है। इससे वाहन चालकों को बेहद परेशानी होती है। हादसे का भी अंदेशा बना रहता है।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़-आगरा हाईवे पर नगर निगम सीमा में तीन साल पहले बनी स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना अब तक परवान न चढ़ सकी। तब खर्चा घटाने में समय बीत गया, अब एलईडी लाइट की आपूर्ति नहीं हो पा रही। बिना लाइट के डिवाइडर पर खड़े पाेल व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे हैं। हाईवे पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था न होने से दिन ढलते ही अंधेरा पसर जाता है। इससे वाहन चालकों को बेहद परेशानी होती है। हादसे का भी अंदेशा बना रहता है।
आगरा रोड के ये हैं हालात
सासनीगेट चौराहे से अलीगढ़-आगरा हाईवे शुरू हो जाता है। चौराहे से सराय हरनारायण तक नगर निगम की सीमा है। हाईवे के इस हिस्से में स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना निगम अधिकारियों ने बनाई। इसके लिए एनएचएआइ से भी अनुमति ली गई। 2017 में 1.20 करोड़ का टेंडर निकाला गया था। इसमें डिवाइडर पर पोल लगाने के अलावा एलईडी लाइट की खरीद भी शामिल थी। बाद में ये टेंडर रद कर दिया गया। टेंडर से एलईडी लाइट हटाकर इसका ठेका ईईएसएल कंपनी को दे दिया गया। कंपनी का नगर निगम से पहले से करार था। शहर में इसी कंपनी द्वारा स्ट्रीट लाइट लगवाई गई हैं। एलईडी अलग करने के बाद 48 लाख रुपये में पोल लगाने का टेंडर निकाल दिया। नया टेंडर निकले डेढ़ हो चुके हैं, लेकिन पोल लगाने का काम दो माह पहले ही पूरा हुआ है।
अब एलईडी की आपूर्ति नहीं हो पा रही। इसके चलते हाईवे को रात में रोशन करने की योजना अधूरी पड़ी है।
खराब हो चुकीं एलईडी नहीं बदलीं
एलईडी की आपूर्ति न होने से शहर के अन्य इलाकों में भी खराब हो चुकीं एलईडी बदली नहीं जा सकी हैं। बताते हैं कि कंपनी से भुगतान न होने से आपूर्ति बंद कर दी थी। तब नगर निगम ने साढ़े चार करोड़ का भुगतान किया था। इसके बाद भी आपूर्ति सुचारू नहीं हो पायी है। कम वाट की लाइट ही कंपनी भेजी जा रही हैं, सड़क पर लगने वाली 120 वाट की लाइट नहीं पहुंच रहीं। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि इस संबंध में पथ प्रकाश विभाग के जानकारी कर अग्रिम कार्रवाई करेंगे।