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Aligarh Poisonous Liquor Case: लोगों को जागरूक करने में नाकाम रहा अलीगढ़ प्रशासन

जहरीली शराब से जिले में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासन लोगों को जागरूक करने में अभी तक नाकाम है। यही कारण है कि दूसरे दिन भी नहर में मिली शराब को पीकर दो लोगों की मौत हो गई।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 07:49 AM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 07:49 AM (IST)
Aligarh Poisonous Liquor Case: लोगों को जागरूक करने में नाकाम रहा अलीगढ़ प्रशासन
प्रशासन लोगों को जागरूक करने में अभी तक नाकाम है।

अलीगढ़, जेएनएन। जहरीली शराब से जिले में मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासन लोगों को जागरूक करने में अभी तक नाकाम है। यही कारण है कि दूसरे दिन भी नहर में  मिली शराब को पीकर दो लोगों की मौत हो गई। यदि भट्ठा मजदूरों को जहरीली शराब की जानकारी होती तो शायद उनकी जान बच जाती। पिछले 24 घंटों के दौरान पांच लोगों की मौत हुई है। इन सहित अब तक मरने वालों की संख्या 103 हो गई है। कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। 

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नहर किनारे पड़ी मिली जहरीली शराब

जवां क्षेत्र के रौहेरा स्थित ईंट भे पर नहर किनारे पड़ी मिली जहरीली शराब को पीने से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 10 हो गई। जेएन मेडिकल में इलाज करा रहे बिहार के जहानाबाद के थाना काकू के गांव सुंदरपुर निवासी 20 वर्षीय शिवा की मौत हो गई। 50 वर्षीय पिता मिश्री की गुरुवार को ही मौत हो चुकी है। अकराबाद क्षेत्र के कल्याणपुर रानी स्थित ईंट भे पर मजदूरी करने वाली बिहार के जहानाबाद के थाना बेला क्षेत्र के अगरानी टोल गाेविंद निवासी 50 वर्षीय तीला देवी उर्फ फुलवा भतीजे पेरू मांझी के साथ पास ही गंग नहर पर गुरुवार को कपड़े धुलने गई थी। कुछ अन्य लोग भी नहाने गए थे। नहर में उन्हें शराब की पेटी बहती नजर आई। पेरू मांझी ने उसे निकाल लिया और भ_े पर ले आया। रात में तीला व पेरू समेत 10-12 मजदूरों ने शराब पी ली। तीला व पेरू की तबीयत बिगड़ गई। इलाज को कौडिय़ांगज अस्पताल ले जाते समय तीला ने दम तोड़ दिया। वह चार बच्चों की मां थी। पेरू की हालत नाजुक थी। शुक्रवार रात पेरू की भी मौत हो गई। सासनीगेट के खिरनीगेट इलाके में कैलाश चंद्र के मकान में रहने वाले 35 वर्षीय जितेंद्र माहौर टेंपो चलाते थे। दो दिन पहले उन्होंने इलाके में किसी से शराब खरीद कर पी ली। घर पहुंचते ही तबीयत बिगड़ी तो भाई रामू, भाभी सुनीता आदि स्वजन  निजी चिकित्सक के यहां ले गए। रात में हालत बिगड़ी तो जिला अस्पताल ले गए। जहां जितेंद्र ने शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया। कई दिनों से निजी अस्पताल में इलाज करा रहे जवां छेरत के 55 वर्षीय नारायण ङ्क्षसह चौहान ने भी दम तोड़ दिया।


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