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एयरबार्न विंड टर्बाइन कम खर्च में पवन ऊर्जा के उत्पादन का विशेष श्रोत हैं : प्रो. इम्तियाज अशरफ

प्रो. इम्तियाज अशरफ ने कहा कि पवन ऊर्जा के विकास से नवीनीकरणीय ऊर्जा पर हमारे आश्रय में बड़ी सहायता प्राप्त हुई है।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:38 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:38 PM (IST)
एयरबार्न विंड टर्बाइन कम खर्च में पवन ऊर्जा के उत्पादन का विशेष श्रोत हैं : प्रो. इम्तियाज अशरफ
एयरबार्न विंड टर्बाइन कम खर्च में पवन ऊर्जा के उत्पादन का विशेष श्रोत हैं : प्रो. इम्तियाज अशरफ

अलीगढ़ [जेएनएन]। एएमयू के जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग काॅलेज के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. इम्तियाज अशरफ ने आंध्रा प्रदेश के जेएमआर इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी में व्याख्यान दिया। इलेक्ट्रोनिक्स व कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की ओर से “टेक्नोलॉजी फॉर सोशल रेलेवेंस“ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी डेवेलपमेंट प्रोग्राम में प्रो. इम्तियाज अशरफ ने कहा कि पवन ऊर्जा के विकास से नवीनीकरणीय ऊर्जा पर हमारे आश्रय में बड़ी सहायता प्राप्त हुई है। 

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प्रोे. अशरफ ने कहा कि रोटर की सहायता से बिना टावर के एयरबार्न विंड टर्बाइन कम खर्च में पवन ऊर्जा के उत्पादन का विशेष श्रोत हैं, तथा इस क्षेत्र में विकास की बड़ी संभावनायें हैं। उन्होंने कहा कि एयरबोर्न विंड टर्बाइन से अधिकाधिक वेलोसिटी का प्रयोग किया जा सकता है। इससे टावर निर्माण के खर्च को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस टेक्नोलॉजी को और प्रभावी बनाने के लिए शोध चल रहे हैं तथा इससे पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सके।

इंटर्न ने की ऑनलाइन भागीदारी

जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व सस्लेंस रिसर्च-यंग प्रोफेशनल प्रोग्राम के संयुक्त तत्वाधान में एक माह का इंटर्नशिप कार्यक्रम आयेाजित किया गया। इसमें पचास से अधिक इंटर्नस ने ऑनलाइन भागीदारी की। कार्यक्रम के दौरान विश्व की कई प्रख्यात कंपनियों के विशेषज्ञों ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। इंटर्नस के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें शैक्षणिक व औद्योगिक जगत के मध्य शोध की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। सस्लेंस रिसर्च की सीईओ डाॅ. अना खान ने सहभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि इंटर्नशिप से न केवल अपने ज्ञान की धार को तेज करने का अवसर प्राप्त होता है, बल्कि शिक्षा व उद्योग के बीच की दूरी को पाटने में भी सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक उपक्रमों से प्राप्त ज्ञान को औद्योगिक आवश्यकाताओं के अनुरूप बाजार के मापदंडों पर परखने  व अपने कौशल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रमों में भाग लेना आवश्यक है। इससे रोजगार के अवसर तथा अपने बाजार मूल्य को और अधिक बेहतर बनाने की संभावनाओं में बढ़ोत्तरी होती है।

डाॅ. खान ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. नसीम अहमद खान, इंजीनियरिंग काॅलेज के टीपीओ फरहान सईद व डाॅ. फैसल जिया सिद्दीकी का आभार जताया। इंटर्नशिप कार्यक्रम में अब्दुल राफे, सदफ अशरफ, अहमद सऊद जावेद, गोविंद अग्रवाल, मेधावी सिंह व गोरांशी शर्मा की टीम को बेस्ट ग्रुप प्रोजेक्ट विनर व इंशा जमीर, प्रभात कुमार, जेबा जमील व अब्दुल राफे की टीम को रनर अप पुरस्कार से सम्मानित किया गया।


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