Agricultural Law protest Movement : अलीगढ़ में बंद का मिलाजुला असर
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर भारत बंद का जिले में मिला जुला असर रहा। धनीपुर मंडी में भी बंद का आंशिक असर रहा। मंडी समिति अध्यक्ष सुरेश चन्द लोधी सहित कई आढतियों ने किसानों के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखी।
अलीगढ़, जेएनएन। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर भारत बंद का जिले में मिला जुला असर रहा। धनीपुर मंडी में भी बंद का आंशिक असर रहा। मंडी समिति अध्यक्ष सुरेश चन्द लोधी सहित कई आढतियों ने किसानों के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखी। बंद के असर के रहते आज मंडी में किसान और खरीद व्यापारी नदारद रहे। तकरीबन 12 बजे संयुक्त किसान मोर्चा शशिकान्त, भाकियू महाशक्ति के जिलाध्यक्ष विनोद चौहान, संगठन मंत्री सुरेश चन्द गांधी समेत कई किसान मंडी पहुंचे। किसान नेताओं की अपील पर बड़ी संख्या में आढत बन्द होने लगी। हालांकि सत्तापक्ष से ताल्लुक़ रखने वाले गल्ला व्यापारियों ने अपनी आढ़ते बंद नहीं कीं।
महिला किसान नेता कमलेश यादव के नेतृत्व में युवा किसानों की एक टीम के आग्रह पर क्वार्सी बाईपास स्थित देवी नगला, डालचन्द नगला का बाजार बंद रखा गया। नौरंगाबाद छावनी व्यापार मंडल ने एक दिन पहले ही भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया था। सुबह 9 बजे से ही संयुक्त किसान मोर्चा संयोजक शशिकान्त व्यापार मंडल अध्यक्ष नर विक्रम सिंह, मानव सेवा दल अध्यक्ष के वी मौर्य के साथ बाजार में अपील करने पहुँचे। मैडीकल स्टोर, दूध, सब्जी की दुकानों के अलावा नौरंगाबाद छावनी बाजार पूरी तरह बंद रहा।
अमीर निशां, शमशाद मार्किट, मैरिस रोड, ऊपरकोट, रसलगंज आदि कई बाजार जुमे की साप्ताहिक बंदी के कारण बंद रहे। लेकिन भारत बंद के समर्थन में इन बाजारों में इस बार सब्जी, फल, परचून की दुकानें तक बंद रहीं।
भाकियू टिकैत के किसानों ने टप्पल एक्सचेंज पर प्रदर्शन एवं चक्का जाम किया। तड़के सात बजे से ही किसानों को जमावड़ा इंटरचेंज ब्रिज के नीचे होने लगा। जिलाध्यक्ष विमल तोमर, जिला महासचिव वीरेन्दद्र चौधरी, जिला सचिव धर्मेन्द्र चौधरी, तहसील अध्यक्ष गौरव तेवतिया, तहसील उपाध्यक्ष अंकुश चौधरी, ब्लाई महासचिव भुट्टो सिंह, ब्लाक मीडिया प्रभारी नगेन्द्र सिंह, विनीत चौधरी, कपिल चौधरी आदि प्रमुख किसान नेताओं के नेतृत्व में सैंकड़ों किसान एकत्रित हो गये।
ठीक 11 बजे चक्का जाम किया गया। किसान हाइवे पर ही धरने पर बैठ गए। किसानों ने तीनों कृषि बिलों की वापसी की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। चक्का जाम के दौरान एम्बुलेंस को जाने दिया। साथ ही जाम में फंसे यात्रियों में विशेषकर बच्चों को बिस्कुट-केले खाने को दिये।
खबर पाते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। काफी देर तक पुलिस अधिकारी समझाइश करते रहे लेकिन किसान प्रदर्शन जारी रखा। आखिरकार करीब 3 बजे एसडीएम खैर भी मौके पर पहुँचे। एसडीएम सहित पुलिस अधिकारियों और किसान नेताओं के बीच कई बार तींखी नोकझोंक हुई। किसानों ने तय समय शाम 6 बजे तक प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया। उधर सांकरा-अतरौली मार्ग पर भाकियू स्वराज के युवा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिले भर में प्रदर्शन के दौरान किसानों ने किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती नहीं की और न ही आमजन को परेशानी होने दी।