कोरोना काल के बाद अपनी ई-मेल आइडी से कराया पंजीकरण ही होगा मान्य Aligarh news
कोरोना काल के बाद स्थितियां सामान्य होने पर जब एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं शुरू होंगी तो खिलाड़ियों को उनमें प्रतिभाग करने के लिए अपने आकाओं की ओर सेलेक्शन के लिए नहीं ताकना पड़ेगा। अपने प्रशिक्षकों की खुशामद करने की जरूरत भी नहीं होगी।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना काल के बाद स्थितियां सामान्य होने पर जब एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं शुरू होंगी तो खिलाड़ियों को उनमें प्रतिभाग करने के लिए अपने आकाओं की ओर सेलेक्शन के लिए नहीं ताकना पड़ेगा। अपने प्रशिक्षकों की खुशामद करने की जरूरत भी नहीं होगी। प्रशिक्षक की खरी-खोटी भी सुनने को बाध्य नहीं होना पड़ेगा। चहेतों को आगे करने में वास्तविक प्रतिभाओं का हनन भी नहीं होगा। अब इसकी बागडोर सीधे खिलाड़ियों के हाथ मेें ही दे दी गई है। यह व्यवस्था निश्चित तौर पर एथलीट्स के लिए लाभकारी साबित होगी। ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को अपने घर से 10 से 15 किलोमीटर दूर स्टेडियम तक पंजीकरण कराने के लिए भी नहीं दौड़ना पड़ेगा।
ई-मेल से कराया गया पंजीकरण ही मान्य
कोरोना संक्रमण काल से राहत मिलने के बाद एथलेटिक्स की प्रतियोगिता से पहले एथलीट अपना पंजीकरण खुद अपनी ई-मेल आइडी से करेगा। हालांकि एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से ये व्यवस्था पहले ही तय की जा चुकी है। मगर अब यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन ने इसे सभी जिलों के पदाधिकारियों को लागू करने के निर्देश दे दिए हैं। एथलीट के निजी मोबाइल नंबर पर ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड आएगा उसके जरिए वो अपना पंजीकरण करा सकेगा। कोरोना काल के बाद होने वाली एथलेटिक्स चैंपियनिशप में ई-मेल से कराया गया पंजीकरण ही मान्य होगा। अभी तक कोच व संघ पदाधिकारियों के जरिए एंट्री होती थी। यूपी एथलेटिक्स संघ के संयुक्त सचिव शमशाद निसार आजमी ने बताया कि जब एथलीट खुद अपनी ई-मेल आइडी से पंजीकरण कराएगा तो उसको एक डिस्ट्रिक्ट नंबर जारी किया जाएगा। यह नंबर डालकर ही पंजीकरण होगा। एक एथलीट काे एक ही डिस्ट्रिक्ट नंबर जारी होगा। इस नंबर से पंजीकरण के बाद छोटा आइकार्ड मिलेगा, जिसमें बारकोड व खिलाड़ी की स्कैन फोटो भी होगी। बताया कि कोरोना काल के बाद एथलीट खुद अपना पंजीकरण प्रतियोगिता के लिए कराएंगे। यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन की ओर से जिला एसोसिएशन के लिए पत्र भी जारी कर दिया गया है। यह व्यवस्था होने से कोई भी एथलीट चयन में भेदभाव करने की बात भी नहीं कह सकेंगे।