Zayed campaign in Aligarh -2021: रबी के बाद जायद की तैयारी में जुटा कृषि महकमा, जानिए क्या है तैयारी Aligarh News
रबी सीजन के बाद कृषि महकमा अब जायद की तैयारी में जुट गया है। फसलों की सिंचाई के अलावा बीज व उर्वरक की उपलब्धता को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही सोलर पंप की आपूर्ति के लिए अनुबंधित कंपनियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
अलीगढ़, जेएनएन। रबी सीजन के बाद कृषि महकमा अब जायद की तैयारी में जुट गया है। फसलों की सिंचाई के अलावा बीज व उर्वरक की उपलब्धता को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही सोलर पंप की आपूर्ति के लिए अनुबंधित कंपनियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है। कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिंहा ने फसलोत्पादन की रणनीति बनाने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों काे दिशा-निर्देश दिए हैं।
जायद अभियान-2021 शुरू
प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में जायद अभियान-2021 के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को पहली बार राज्य स्तरीय जायद गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया। कमिश्नर के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल, उप निदेशक कृषि अनिल कुमार व अन्य जिला व मंडलीय अधिकारी मौजूद रहे। कृषि उत्पादन आयुक्त ने जायद की प्रमुख फसल उड़द, मूंग, कपास, सूरजमुखी, मूंगफली व हरे चारे की फसलों के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी के साथ ही उच्च गुणवत्ता का बीज व उर्वरक उपलब्ध कराए जाएं। सोलर पंप की आपूर्ति के लिए अनुबंधित कंपनी से समन्वय कर निर्धारित लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति को। यही नहीं, पीएम किसान सम्मान निधि योजना में विवादित मामलों का निस्तारण करते हुए सभी पात्र किसानों को योजना का लाभ दिलाने के भी निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि नए लाभार्थियों का भी पंजीकरण पोर्टल पर कराया जाए, जिससे अधिकाधिक पात्र किसान योजना से लाभांवित हो सकें। उन्होंने कहा कि जायद की फसल में किसानों को यूरिया सुगमता से उपलब्ध हो, इसके लिए 31 मार्च तक सभी उर्वरक विक्रेताओं के स्टाक का भौतिक सत्यापन कराया जाए।
आयुक्त को किया आवस्त
कमिश्नर गौरव दयाल ने आयुक्त को आवस्त करते हुए कहा कि मंडल में जायद की फसलों के लिए सभी तैयारियां निर्धारित समय में पूर्ण कर ली जाएंगी। किसानों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए नहरों व माइनरों की सफाई कराई जा रही है, ताकि टेल तक पानी पहुंच सके। मंडल में यूरिया व अन्य उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। विभिन्न गोष्ठियों, कार्यक्रम और किसान पाठशालाओं के माध्यम से किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कम लागत में वैज्ञानिक विधि से खेती करने की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मंडल में जायद में प्रमुख रूप से उड़द, मूंग, कपास, मूंगफली व हरे चारे की खेती की जाती है।