अलीगढ़ में किसानों के जाम लगाने से प्रशासन असहज, सड़कें छोड़ने की अपील
रविवार को खैर मंडी गेट पर यातायात जाम करने से लोगों को हुई परेशानी।
जासं, अलीगढ़ : तथाकथित किसानों के आए दिन धरना प्रदर्शन, सड़क जाम, उपद्रव व हुड़दंग से आम नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आंदोलकारी जन सामान्य की दिक्कतों, समस्याओं, परेशानियों से कोसों दूर अपनी मांगों को मनवाने के लिए अड़ जाते हैं। प्रशासन को कामकाज छोड़कर इससे निपटना पड़ रहा है। प्रदर्शन करना है तो किसी मैदान पर जाकर शांतिपूर्वक तरीके से करें, ताकि रोजी-रोटी के लिए आम आदमी को समस्याओं का सामना न करना पड़े। यह नाराजगी रविवार को डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने आंदोलनकारियों से जताई। आंदोलन से असहज प्रशासन ने रविवार को खैर मंडी गेट पर धान मूल्य को लेकर हुए उपद्रव पर गुस्सा दिखाया।
डीएम ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि तथाकथित किसान ज्ञापन देने, अपनी बात मनवाने के नाम पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। खैर मंडी गेट पर धान मूल्य को निर्धारित करने के लिए मचाए गए उपद्रव से आम जनमानस को काफी असुविधा हुई। लंबे जाम में फंसे लोगों का आम नागरिक थे। तथाकथित किसान आंदोलन के कारण जन सामान्य पहले भी परेशान होता रहा है। उन्हें कतई यह अधिकार नहीं है कि अपनी हर छोटी-छोटी बात मनवाने के लिए आम जनमानस की परेशानियों को दरकिनार करें। मुख्य मार्गों पर यातायात जाम से नागरिकों व यात्री वाहनों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए निकटवर्ती ग्रामों से गुजरने वाले पतले, छोटे, संकरे रास्तों का उपयोग करना पड़ रहा है, जिससे परिवहन की लागत और आवागमन में लगने वाला समय पहले की अपेक्षा कहीं ज्यादा लग रहा है। खाद्य पदार्थों, सब्जियों, फलों से भरे ट्रकों को यातायात अवरुद्ध होने से अनावश्यक घंटों खड़े रहने से फल-सब्जियां, अन्य खाद्य पदार्थ खराब हो रहे हैं। आखिर इसकी मार भी झेलनी तो आम आदमी को ही पड़ रही है। कई बार एंबुलेंस भी जाम में फंस जाती हैं। ऐसा कोई कदम न उठाया जाए, जिससे आम जन सामान्य को कठिनाई हो।