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हाथरस के डीएम ने कहा, कोरोना टेस्ट का शुल्क अधिक वसूला तो होगी कार्यवाही

राज्य सरकार के विहित प्राधिकारी द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को नमूने प्रेषित कराए जाने पर जीएसटी सहित 500 रुपये जांच शुल्क तय किया गया है। एंटीजन जांच 250 रुपये ट्रूनॉट परीक्षण शुल्क 1250 रुपये (घर से नमूना लाने के लिए 200 अतिरिक्त) देय होगा।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 03:36 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 03:36 PM (IST)
हाथरस के डीएम ने कहा, कोरोना टेस्ट का शुल्क अधिक वसूला तो होगी कार्यवाही
डीएम रमेश रंजन ने कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच के लिए शुल्क तय कर दिया है।

हाथरस, संवाद सहयोगी। डीएम रमेश रंजन ने जिले की निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच के लिए शुल्क तय कर दिया है। इसके तहत निजी चिकित्सालय द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को प्रेषित नमूनों अथवा किसी व्यक्ति द्वारा खुद प्रयोगशाला पर जाकर कोविड की जांच की दर जीएसटी सहित 700 रुपये और निजी प्रयोगशालाओं द्वारा स्वयं एकत्र किए गए नमूनों की जांच का शुल्क 900 रुपये तय किया गया है।

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हमें बेहद सतर्कता की जरूरत: डीएम

राज्य सरकार के विहित प्राधिकारी द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को नमूने प्रेषित कराए जाने पर जीएसटी सहित 500 रुपये जांच शुल्क तय किया गया है। एंटीजन जांच 250 रुपये, ट्रूनॉट परीक्षण शुल्क 1,250 रुपये (घर से नमूना लाने के लिए 200 अतिरिक्त) देय होगा। इसी प्रकार निजी चिकित्सालयों व निजी चिकित्सकों द्वारा रेडियो डायग्नोस्टिक सेंटरों को संदर्भित एचआर सीटी स्कैन की जांच करने दर पीपीई किट एवं सैनिटाइजेशन व अन्य व्यय सहित निर्धारित की गई है। 16 स्द्यद्बष्द्ग तक रूपए दो हजार , 16 से 64 स्द्यद्बष्द्ग तक रू0 2250 तक शुल्क निर्धारित किया गया है। डीएम ने इन दरों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को कोविड वैक्सीनेशन की प्रथम तथा द्वितीय डोज शत-प्रतिशत कराए जाने तथा 15 से 18 वर्ष की आयु के किशोर,किशोरियों का अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराए जाने को डीएम रमेश रंजन ने जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ रविवार की रात विकास भवन सभागार में बैठक करते हुए अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि बढ़ते मामले को देखते हुए हमें बेहद सतर्कता की जरूरत है। डीएम ने तहसील तथा ब्लाक स्तर पर टीकाकरण की स्थिति के संबंध में एमओआइसी से जानकारी की। हसायन तथा महौं में टीकाकरण का प्रतिशत कुछ ग्राम पंचायतों में अत्यधिक कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए टीकाकरण के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजेंद्र कुमार से कोविड वैक्सीनेशन में सबसे खराब स्थिति वाले ग्राम पंचायतों में अधिक से अधिक संख्या में टीमों को लगा कर आशा, आंगनबाड़ी, कोटेदार, ग्राम प्रधान तथा पंचायत सेवकों के माध्यम से शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन की प्रथम डोज पाने से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित नहीं रहना चाहिए।

15 से 18 वर्ष की आयु के टीकाकरण को एमओआइसी अपने आसपास के विद्यालयों के प्रधानाचार्य से समन्वय स्थापित करते हुए टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। उप जिलाधिकारी अपने स्तर पर प्रतिदिन बैठक करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निगरानी समितियों को एक्टिवेट करने एवं निगरानी समितियों को जरूरतमंद व्यक्तियों को दी जाने वाली दवाइयों के पैकेट तैयार कराने के निर्देश दिए। जिससे कि आवश्यकता पड़ने पर निगरानी समितियों को तत्काल वितरित करने हेतु दवाइयां उपलब्ध कराई जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने स्तर पर लगातार बैठक करते रहे तथां समस्त कार्यालय अध्यक्ष कोविड हेल्पडेस्क की स्थापना कराना सुनिश्चित करें। सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की तत्काल जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो भी आवश्यक उपकरण क्रय किए जाने हैं उनकी सूची तैयार करते हुए पत्रावली उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।


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