अलीगढ़ में दीपों से नहाया अचल सरोवर, अद्भुत व अविस्मरणीय बिखरी छटा
देव दीपावली पर सरोवर के दृश्य ने सभी को किया अभिभूत निहारते रहे लोग।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : देव दीपावली पर अचल सरोवर पर मानों देवगण उतर आएं हों। श्री हरि विष्णु की मंगल आरती के लिए देवता उन्हें प्रसन्न करने में लगे हों। रविवार शाम 31111 हजार दीपों से अचल नहा उठा था। जल से दीपक का प्रकाश टकराया तो लगा कि आसमान के तारे जमीं पर उतर आए हैं। शंखनाद, घंटे की ध्वनि ने अचल सरोवर को अद्भुत बना दिया। इस दृश्य हर कोई अपनी आंखों में समा लेना चाहता था। अद्भुत, अविस्मरणीय और अकल्पनीय ²श्य ने हर किसी को भावविभोर कर दिया।
गिलहराज मंदिर की ओर से अचल सरोवर पर देव दीपावली उत्सव मनाया गया। महंत कौशलनाथ के सानिध्य में दो दर्जन से अधिक सामाजिक संस्थाओं ने घाटों को दीपमालाओं से भर दिया। शाम 6:40 बजे एक-एक कर दीप जले तो अचल प्रकाश पर्व में परिवर्तित हो गया। मालाओं की लड़ियों की तरह अचल सरोवर दिखने लगा। गिलहराज मंदिर में महाकाल बाबा की आरती हुई। शहर विधायक संजीव राजा, कोल विधायक अनिल पाराशर, पूर्व मेयर शकुंतला भारती, नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने आरती की। कौशलनाथ ने आभार जताया। कहा, अथक प्रयास से यह भव्य आयोजन संभव हो पाया। सर्व शक्ति सेवा संस्था, आस्था डांस एकेडमी, राधे-राधे वूमन क्राफ्ट, राघव सेना, हिदू युवा वाहिनी आदि तमाम संगठनों का सहयोग था।
चमक उठा आरती घाट
आरती घाट को डॉ. मुकेश शर्मा के सानिध्य में दीेपों से सजाया गया। अचल सरोवर रक्षक दल के सदस्यों ने जयघोष लगाया। समाजसेवी कृष्णा गुप्ता ने कहा कि दैनिक जागरण के अचल सरोवर, अटल धरोहर अभियान से अचल को नई पहचान मिली। प्रीति वाष्र्णेय, मोहन लाल वर्मा ने कहा कि अचल शहर का हृदय स्थल है। विजय सिंह ने कहा कि अचल अद्भुत है। अतुल सिंह ने कहा कि अचल सरोवर, अटल धरोहर अभियान ने पूरे देश को अचल में पहुंचाने का काम किया। मधुलिका राघव, वर्षा गौड़, लक्ष्मी शर्मा, आशीष शर्मा, अजय लिथो, लक्ष्मी राज सिंह, ठाकुर, कुशलपाल सिंह, शिवा शर्मा आदि मौजूद थे। दीपिका, तिवारी, प्रीति चौहान, डिपल चौहान, पारुल वाष्र्णेय ने आकर्षक रंगोली बनाई।
वाराणसी के घाटों जैसा नजारा
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने 12 खंभा को दीपों से सजाया। डॉ. सुवीर राय, अमित सोनी ने कहा कि देव दीपावली से अचल को नई पहचान मिली। अचल के घाटों ने वाराणसी की देव दीपावली की याद दिला दी।
दीपों से चमक उठा गणेश मंदिर
गणेश मंदिर पर भी दीपों का उत्सव देखते ही बनता था। विनयनाथ के सानिध्य में मंदिर में दीपोत्सव मनाया गया था। विनयनाथ ने कहा कि आज अचल के हर मंदिर भव्य और दिव्य हो गए हैं।
हर-हर महादेव की गूंज
अचलेश्वरधाम का तो नजारा देखते ही बन रहा था। फूलों से यहां विशाल महादेव की आकृति बनाई गई थी। मंदिर परिसर के लोगों ने सुंदर श्रृंगार किया था। भगवान शंकर की आरती में हर-हर महादेव के जयकारे गूंज उठे।
108 दीपों से की आरती
स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने भी अपने आश्रम पर 108 दीपों से आरती की। महाआरती में गौरव शास्त्री, शिवम शास्त्री, माधव पंडित, वैभव पंडित शामिल हुए।