अलीगढ़ में जुगाड़ की बिजली से बढ़ रहे हादसे, करंट लगने का रहता डर
शहर से लेकर गांवों की गलियों तक जर्जर और झूलते तार के साथ गिरासू पोल आसपास के लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। वहां रहने वाले लोगों में हादसे का डर लगा रहता है। बंच केबल कई स्थानों पर जुगाड़ कर जोड़ रखी हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर से लेकर गांवों की गलियों तक जर्जर और झूलते तार के साथ गिरासू पोल आसपास के लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। वहां रहने वाले लोगों में हादसे का डर लगा रहता है। बंच केबल कई स्थानों पर जुगाड़ कर जोड़ रखी है और लोहे के पोल नीचे गलकर मकानों की दीवारों पर टिक गए हैं। वर्षा काल में लोहे के पोलों से बंधे जर्जर तारों की वजह से करंट आने का खतरा बना रहता है।
आग लगने का भी खतरा
रामघाट रोड पर क्वार्सी में नटराज कैंपस के पीछे सेवानिवृत्त डाककर्मी नरेंद्र कुमार का मकान है। उनके मकान के ऊपर से हाईटेंशन की लाइन जा रही है। खुली तारों की केबल के साथ बंच केबल भी गुजर रही है। जो कि कई स्थानों पर टूटने बावजूद नई बदली नहीं है बल्कि जुगाड़ से जोड़ रखी है। उनके घर के सामने बीच रास्ते में बिजली का लोहे का पोल है। जहां बारिश होने पर करंट का खतरा रहता है। कृष्णा विहार कालोनी में ट्रांसफार्मर से घरों के लिए लाइन जा रही है। तार इतने हो गए हैं कि उनका जाल बन गया है। पास में ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। इस ट्रांसफार्मर के नीचे कूड़ा पड़ा रहता है। इससे आग लगने का खतरा बना रहता है।
पोल गला हुआ है
वार्ड 54 के मोहल्ला बनी इसराइलान में मकसूद मिठाई वाले के घर के पास एक लोहे का पोल नीचे गला हुआ है। पोल तिरछा होकर एक मकान की दीवार के पास गिरासू हो गया है। यहां से निकलने वालों को यह डर लगा रहता है कि कहीं पोल न गिर जाए। खैर के गांव अंडला में एक गली में होकर हाईटेंशन लाइन की बंच केबल गुजर रही है। केबल लटककर इतनी झूल गई है कि उसे लंबे कद का व्यक्ति आसानी से छू सकता है। इसके नीचे दिन भर लोग निकलते रहते हैं। इसके नीचे होकर निकलने में करंट लगने का डर रहता है। इसी गांव में पोल न होने पर पेड़ ही बिजली की लाइन बांध रखी है। वहीं इंसुलेटर न होने पर फोम की चप्पल पोल और तार के बीच लगा रखी है।
बारिश में करंट का खतरा
लोहे के पोल से बंधी जर्जर लाइनों की वजह से जलभराव में करंट का खतरा बढ़ जाता है। जलभराव होने पर पता न चलने से उसके पास निकलने वाले पशु या कोई व्यक्ति को करंट लगने पर हादसे हो जाते हैं।
नहीं मिल रहा धन
रिवेंप योजना के तहत केबल, ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरण बदले जाने हैं। इसके लिए एजेंसी द्वारा सर्वे कराकर शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजा जा चुका है। अभी तक धन नहीं मिला है। इस वजह से बदलने का काम नहीं हो पा रहा है। समर प्लान के तहत सीमित बजट से ही काम हो पा रहे हैं।