सफल हुई अभ्युदय योजना तो प्रतिभाओं को लगेंगे पंख, जानिए पूरा मामला विस्तार से Aligarh news
योगी सरकार ने गरीब व मध्यय वर्ग से जुड़े छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त में कोचिंग देने के लिए अभ्युदय योजना की शुरुआत की है। इसके तहत सूबे भर में कोचिंग सेंटर की शुरुआत हुई है। पहले चरण मंडल स्तर पर कोचिंग सेंंटर खोले गए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन : योगी सरकार ने गरीब व मध्यय वर्ग से जुड़े छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त में कोचिंग देने के लिए अभ्युदय योजना की शुरुआत की है। इसके तहत सूबे भर में कोचिंग सेंटर की शुरुआत हुई है। पहले चरण मंडल स्तर पर कोचिंग सेंंटर खोले गए हैं। इसके बाद अब जिला स्तर पर इनकी शुरुआत होगी। अलीगढ़ मंडल में शहर के नौरंगीलाल इंटर कालेज में पिछले दो दिन इसके केंद्र का संचालन हो रहा है। यहां करीब दो सौ अधिक छात्र-छात्राएं कोचिंग ले रही हैं। इनमें अधिक छात्र गरीब परिवारों से जुड़े हुए हैं। उनके चेहरे पर यहां पढ़ने की खुशी साफ झलक रही है। अगर हकीकत में यह योजना सफल हुई तो तमाम प्रतिभाओं की उम्मीदों को पंख लग जाएंगे।
अभ्युदय कोचिंग पर छात्रों का अनुभव
मैने पिछले साल इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। कुछ दिन पहले इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अभ्युदय कोचिंग के बारे में सुना था। इसी के बाद अब पंजीकरण कराया। अब यहां कोचिंग की शुरुआत हुई। गरीब व मध्यम वर्ग के छात्रों के लिए यह बहुत ही अच्छी योजना है। सीएम योगी आदित्यनाथ का इसके लिए मै धन्यवाद देती हूं। अन्य छात्रों से भी अपील करती हूं कि इसका लाभ उठाएं।
गौरी उपाध्याय, सिकंद्रराऊ
मेरे पिता ठेकेदार हैं। मै नीट की तैयारी करना चाहती हैं। अब मुझे इस कोचिंग सेंटर के बारे में जानकारी हुई थी। इस पर यहां पंजीकरण करा दिया। अब तक दो दिन का अनुभव काफी अच्छा रहा है। अगर यहां इसी तरह कोचिंग मिलती रही तो फिर नीट का लक्ष्य दूर नहीं होगा। वैसे कोचिंग में हर साल एक से दो लाख तक खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन यहां पर मुफ्त में शिक्षा मिल रही है। सरकार का यह सराहनीय प्रयास है।
-साक्षी यादव, जरीनपुर भुर्रका सिकंद्रराऊ
मेरे पिता मजदूरी करते हैं। ऐसे में हमारी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि कहीं भी निजी कोचिंग सेंटर पर शिक्षा ले सकें। अब योगी सरकार ने इस सराहनीय प्रयास की शुरुआत की है। इसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम है। सभी छात्रों को इसका फायदा उठाना चाहिए। यहां मुफ्त में भी किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जा सकती है।
रवि कुमार, सुखरावली
मै संभल जिले का रहने वाला हूं। मैने पिछले साल 12वीं पास किया है। मेरे पिता मजदूरी करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति भी मजबूत नहीं है। ऐसे में यहां पर मुफ्त में कोचिंग के लिए पंजीकरण कराया। अब मुझे खुद पर पूरा भरोसा है कि मै यहां मेहनत से पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन हासिल करूंगा। मै यहां जमालपुर में अपनी बुआ के यहां रहता हूं।
शिवकुमार, संभल