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72 हजार का वादा अच्छा, पर अफस्पा में बदलाव सहन नहीं

कांग्रेस के घोषणापत्र पर चर्चा में मशगूल लोगों की मिली-जुली राय युवाओं ने 22 लाख सरकारी नौकरी के वादे को बताया हवा-हवाई

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 12:59 AM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 06:20 AM (IST)
72 हजार का वादा अच्छा, पर  अफस्पा में बदलाव सहन नहीं
72 हजार का वादा अच्छा, पर अफस्पा में बदलाव सहन नहीं

जासं, हाथरस : लोकसभा चुनाव की हवा देहात में भी तेजी से चल रही है। नामांकन के बाद अभी प्रत्याशी गांव में तो नहीं पहुंचे हैं, लेकिन अखबार, टीवी और सोशल मीडिया पर चल रहीं चुनावी खबरें, चर्चा का विषय जरूर हैं। हाथरस शहर से सटे गांव नगला सड़क में गुरुवार की शाम को छह बजे चौ. इंद्रपाल सिंह के दरवाजे पर भी चौपाल लगी थी। सात-आठ वृद्ध और युवा चुनावी चर्चा में मशगूल थे। इनके बीच पहुंची दैनिक जागरण की टीम ने जब उनसे कांग्रेस के घोषणा पत्र 'हम निभाएंगे' पर चर्चा शुरू की तो मिली-जुली राय दिखी। गरीबों को 72 हजार रुपये सालाना देने के वादे को कुछ लोगों ने सही बताया मगर 22 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा हवा-हवाई करार दिया। आ‌र्म्स फोर्स स्पेशल पॉवर एक्ट (अफस्पा) में बदलाव की बात पर सख्त इतराज किया।

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चर्चा के दौरा चौ. उमाशंकर वर्मा बोले कि घोषणापत्र में कई वादे अच्छे हैं, जिनमें गरीबों को 72 हजार रुपये सालाना देने वाली बात अच्छी है। इस पर मोहन सिंह ने टिप्पणी की कि आखिर कांग्रेस गरीब परिवारों के लिए इतने रुपये कहां से लाएगी? क्या और एकाध घोटाला करेगी? इसी बात पर चर्चा का माहौल गरमा गया। इसी बीच चौ. मोहन सिंह ने कांग्रेस के दावों को हवा-हवाई करार दिया। जब देशद्रोह कानून और अफस्पा के समीक्षा की बात आई तो ज्यादातर ने इस पर रोष जताया और साफ कहा कि देशद्रोही हों या फिर पत्थरबाज इन पर तो और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सही सबक मिले।

22 लाख सरकारी नौकरी की बात आई तो युवा अजय कुमार बोले कि राहुल गांधी ने बिना सोचे समझे ऐसा वादा कर दिया है। यह युवाओं की भावना से खिलवाड़ है। 10 लाख लोगों को रोजगार देने के वादे पर पवन चौधरी ने बोले कि इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। नेता हर बार बडे़-बड़े वादे करते हैं लेकिन कोई करके नहीं दिखाता। अनुच्छेद 370 में बदलाव न करने की बात पर इंद्रपाल सिंह, रूप सिंह बोले कि धारा 370 तो हटनी ही चाहिए। तभी कश्मीर की समस्या का हल किया जा सकता है। नहीं आया कांग्रेस

का कोई नुमाइंदा

चर्चा में शामिल लोगों ने बताया कि कांग्रेस का कोई नेता या पदाधिकारी गांव में नहीं आया है। उन्हें चुनावी घोषणापत्र के बारे में भी टीवी और अखबार से जानकारी मिली है। पार्टी की बहुत ज्यादा सक्रियता इस क्षेत्र में नहीं दिख रही है।


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