काल्पनिक नाम दर्ज कर बेच दी 377 एमटी यूरिया, जिला कृषि अधिकारी ने पकड़ा फर्जीवाड़ा Aligarh news
जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ङ्क्षसह की जांच में ऐसा ही मामला सामने आया। गौंडा की एक फर्म ने कार बैन लाल आदि काल्पनिक नामों से 377.09 मीट्रिक टन यूरिया बेच दिया।
अलीगढ़, जेएनएन। फर्जी आधार कार्ड और काल्पनिक नाम से यूरिया को ठिकाने लगाकर कुछ कारोबारी यूरिया की किल्लत बढ़ा रहे हैं। बुधवार को जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ङ्क्षसह की जांच में ऐसा ही मामला सामने आया। गौंडा की एक फर्म ने कार, बैन, लाल आदि काल्पनिक नामों से 377.09 मीट्रिक टन यूरिया बेच दिया। कई अन्य खामियां भी पाई गईं। फर्म संचालक के विरुद्ध स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि गौंडा क्षेत्र में खैर रोड स्थित बजरंगबली खाद भंडार की जांच हुई थी। वहां मौजूद जितेश कुमार ने बताया कि फर्म उनके पिता सतेंद्र कुमार के नाम पर है, जो कि वृद्ध हैं। इसीलिए कारोबार उन्हें देखना पड़ता हैं। मांगने पर स्टॉक रजिस्टर, सेल रजिस्टर नहीं दिखाए गए। रेट बोर्ड, स्टॉक बोर्ड, मास्क, सैनिटाइजर भी नदारद थे। मौके पर 500 बैग डीएपी, आइपीएल छह बैग, पीपीएल डीएपी 75 बैग मिले। पीओएस मशीन में 0.685 एमटी यूरिया का स्टॉक था, लेकिन मौके पर यूरिया नहीं पाया गया। 13 अगस्त को पीओएस मशीन से काल्पनिक आधार पर 377.09 एमटी यूरिया बेचने का स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। पीआएस द्वारा आठ अगस्त को बैन, कार, किक, लाल, मान, पप, रक, तर नाम से करीब 100 बैग यूरिया खारिज किया गया। डीएपी व उर्वरक के सैंपल भी लिए गए हैं। संचालक जितेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है।
1250 एमटी यूरिया पहुंचा
बुधवार रात 1250 मीट्रक टन यूरिया की आपूर्ति हो गई। एक रैक आयी थी, इसमें आधा यूरिया हाथरस जिले को दे दिया गया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि शक्तिमान यूरिया की आधी रैक यहां आ चुकी है। शुक्रवार तक इफको यूरिया की एक रैक (2650 एमटी) आने की संभावना है। किसानों से अपील है कि वह जरूरत के हिसाब से ही यूरिया खरीदें।