अलीगढ़, जेएनएन। जिले में रविवार को तीन परीक्षा केंद्रों पर उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा
(यूपीएसईई)
का आयोजन किया गया। जिले में पंजीकृत 4596 परीक्षार्थियों में से 3443 हाजिर व 1153 गैरहाजिर रहे। सुबह नौ से 11, दोपहर 12 से तीन व शाम चार से साढ़े छह बजे तक तीन
पालियों
में परीक्षा हुई। विवेकानंद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट
(वीसीटीएम)
को नोडल केंद्र बनाया गया था। नोडल अधिकारी
वीसीटीएम
चेयरमैन डॉ. अनिल सारस्वत ने बताया कि उनके यहां तीन पालियों,
आइटीएम
व
शिवदान
सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड
मैनेजमेेंट
(एसएसआइटीएम)
में एक-एक पाली (द्वितीय पाली) में परीक्षा कराई गई। पहली पाली में फार्मेसी, दूसरी में बीटेक व तीसरी में
बीआर्क
व एमबीए की परीक्षा हुई।
वीसीटीएम
में सुबह की पाली में पंजीकृत 779 में से 629 हाजिर रहे। दूसरी पाली में 1551 पंजीकृत में से 1144 हाजिर रहे। तीसरी पाली में पंजीकृत 566 में से 358 हाजिर रहे।
आइटीएम
में दूसरी पाली में पंजीकृत 1000 में से 780 हाजिर रहे।
एसएसआइटीएम
में दूसरी पाली में पंजीकृत 700 में से 532 परीक्षार्थी पहुंचे।
भूले शारीरिक दूरी का नियम
कोरोना काल में परीक्षार्थी
वीसीटीएम
में प्रवेश करने पर शारीरिक दूरी के नियम को भूल गए। केंद्र में अंदर जाने को लेकर मची
जिद्दोजहद
में सभी गेट पर
भीड़
लगाकर
खड़े
हो गए। गेट से सुरक्षाकर्मी ने प्रबंधन को सूचित किया तो शिक्षकों ने विद्यार्थियों को दूर-दूर
खड़ा
कराकर लाइन लगवाई व प्रवेश कराया।
कठिन प्रश्न व कोरोना संक्रमण की टेंशन
परीक्षा देने आए विद्यार्थियों को कोरोना काल में संक्रमण की टेंशन तो थी ही, परीक्षा में कुछ कठिन प्रश्नों ने भी माथे पर पसीना ला दिया। परीक्षार्थियों ने बताया कि तैयारी तो मजबूत की थी, मगर कुछ प्रश्न कठिन आए। कोरोना काल में परीक्षा देने का अनुभव भी टेंशन वाला रहा।
परीक्षार्थियों के बोल
प्राची गोयल का कहना है कि परीक्षा अच्छी हुई, कोविड-19 संक्रमण की टेंशन थी। कुछ कठिन प्रश्नों ने भी परेशान किया, मगर निगेटिव मार्किंग नहीं थी। सभी प्रश्न हल किए।
थोड़ा
समय ज्यादा लगा। पूजा कुमारी ने बताया कि पेपर बैलेंस था, लेकिन कुछ प्रश्न कठिन थे। इनको हल करने में समय ज्यादा लग गया। परीक्षा के दौरान खुद को कोरोना संक्रमण से बचाने की टेंशन थी। बेहतर स्कोर की चिंता भी थी। हिमांशू ने बताया कि तैयारी मजबूत थी, कुछ प्रश्न कठिन जरूर थे, लेकिन ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। कोविड-19 संक्रमण का खतरा जरूर था।
भीड़
लगती है तो टेंशन बढ़ जाती है। पूरा पेपर हल किया।
टीना
सिंह ने बताया कि पेपर ठीक था, किसी प्रश्न में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। कुछ प्रश्न घुमावदार जरूर थे, जिनको समझने में
थोड़ा
वक्त लगा। कोरोना काल में पहली परीक्षा दी, इसकी टेंशन काफी थी।