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सरकार के सम्मान से इस बार भी महरूम रहे 25 हजार किसानAligarh News

जनपद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना से 3.92 लाख किसान जोड़े गए थे इनमें 3.51 लाख किसान पात्र मिले। लेकिन सभी के खातों में दो-दो हजार रुपये की किस्त नहीं पहुंच रही है। 3.26 लाख किसानों के खातों में ही आठवीं किस्त पहुंची है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 05:38 PM (IST)
सरकार के सम्मान से इस बार भी महरूम रहे 25 हजार किसानAligarh News
3.26 लाख किसानों के खातों में ही आठवीं किस्त पहुंची है।

अलीगढ़, जेएनएन।  केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सम्मान निधि की आठवीं किस्त जारी कर दी। प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी का वर्चुअल संवाद भी हुआ, जिसमें उन्होंने देश के विभिन्न प्रांतों के पांच किसानों से वार्ता की। अलीगढ़ के 3.26 लाख किसानों के खातों में भी अगली किस्त पहुंच गई, लेकिन करीब 25 हजार किसान इस बार भी योजना से वंचित रह गए। तकनीकी खामियाें के चलते इन किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि, खामियों को दूर करने के लिए दो बार तहसील स्तर पर समाधान दिवस अायोजित किए जा चुके हैं। किसी का आधार नंबर गलत फीड हो रहा है तो किसी का नाम बैंक खाते से मेल नहीं खा रहा। ऐसे भी किसान हैं जिनके नाम पर किस्त तो जारी हुई, लेकिन दूसरे खातों में पहुंच गई। ऐसे खातों पर रोक तो लगा दी, लेकिन लाभार्थी के खातों में किस्त भेजने के लिए कोई प्रयास नहीं हुए। 

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पीएम किसान सम्मान निधि योजना

जनपद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना से 3.92 लाख किसान जोड़े गए थे, इनमें 3.51 लाख किसान पात्र मिले। लेकिन सभी के खातों में दो-दो हजार रुपये की किस्त नहीं पहुंच रही है। 3.26 लाख किसानों के खातों में ही आठवीं किस्त पहुंची है। 25 हजार किसान इससे वंचित रहे गए। इनमें भी 10 हजार ऐसे किसान हैं, जिनके खातों में अब तक एक भी किस्त नहीं पहुंची है। ये किसान कभी लेखपाल के चक्कर लगाते हैं तो कभी कृषि अधिकारियों के। खाताें में गड़बड़ी बताकर टाल दिया जाता है। केंद्र सरकार द्वारा इन्हीं शिकायतों के चलते दो बार तीन दिवसीय पीएम किसान समाधान दिवस का आयोजन किया गया। ​अलीगढ़ के सभी 12 ब्लाकों में राजकीय बीज गोदामों पर शिविर लगाए गए थे। यहां प्राविधिक सहायक, कंप्यूटर आपरेटर व पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा किसानों का डेटा संशोधित किया गया, लेकिन इसके बाद भी इन किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया।


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