मिनी स्टेडियम की सूरत बदलने को आए आगे युवा
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से नहीं रही आस बोले-निजी खर्चे पर करेंगे व्यवस्था और रखरखाव
जेएनएन, आगरा। शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बेरुखी जब युवाओं को सहन नहीं हुई तो उन्होंने खुद ही आगे आकर पहल शुरू कर दी। उन्होंने निजी खर्चे से मिनी स्टेडियम की सूरत बदलना शुरू कर दिया है।
युवा कल्याण विभाग के अधीन कस्बा में मिनी स्टेडियम है, जो लगभग 20 बीघा में है और हाईवे से सटा हुआ है। एथलीटों को यहा अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ता है। रनिंग ट्रैक पर झाड़िया हैं व परिसर में जलभराव हो रहा है। कुश्ती के लिए बने ट्रैक का टिनशेड जर्जर है जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। एथलीटों ने एसडीएम से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को अव्यवस्था दूर कराने के लिए कई बार ज्ञापन दिएए लेकिन किसी ने भी इसका संज्ञान नहीं लिया। क्षुब्ध युवाओं ने खुद ही इसके कायाकल्प करने का संकल्प लिया है। रनिंग ट्रैक को कराया समतल
युवा एथलीटों ने सोमवार को रनिंग ट्रैक को समतल किया। जलभराव भी खत्म कर दिया है। करोड़ों रुपये हो गए व्यय
ग्रामीणों के अनुसार संबंधित विभाग द्वारा एक करोड़ 68 लाख रुपये मिनी स्टेडियम के सुंदरीकरण के लिए स्वीकृत हुए थे, तत्कालीन खेलकूद मंत्री रामसकल गुर्जर ने इसका शिलान्यास भी किया था। थोड़े से काम कराए थे, बाकी रकम कहा गई पता ही नहीं चला।