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शीर्ष नेताओं को अपनी चिंता, कार्यकर्ताओं में छटपटाहट

आगरा(जागरण संवाददाता): सात-आठ महीने बाद लोकसभा चुनाव की संभावना है। ऐसे में महागठबंधन से भले ही राल

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 01:27 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 01:27 AM (IST)
शीर्ष नेताओं को अपनी चिंता, कार्यकर्ताओं में छटपटाहट
शीर्ष नेताओं को अपनी चिंता, कार्यकर्ताओं में छटपटाहट

आगरा(जागरण संवाददाता): सात-आठ महीने बाद लोकसभा चुनाव की संभावना है। ऐसे में महागठबंधन से भले ही रालोद, सपा, बसपा के शीर्ष नेता गदगद हैं, लेकिन इनके कार्यकर्ता, चुनावी दावेदारों में छटपटाहट है। शीर्ष नेता अपना भविष्य देख रहे हैं, जबकि स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपने सियासी भविष्य की चिंता सता रही है।

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गोरखपुर, फूलपुर और कैराना उपचुनाव में महागठबंधन का सियासी प्रयोग सफल रहा है, इसलिए सपा, बसपा, रालोद को महागठबंधन में भविष्य दिख रहा है। खासतौर से 2019 में भाजपा को रोकने के लिए। लेकिन महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा आसान नहीं है। ब्रज क्षेत्र के आगरा-अलीगढ़ मंडल में लोकसभा की कुल आठ सीटें हैं। जिनमें मैनपुरी और फीरोजाबाद सीट पर सपा का कब्जा है, जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में एटा सीट पर सपा दूसरे नंबर रही थी। आगरा और फतेहपुरसीकरी, हाथरस, अलीगढ़ में बसपा दूसरे नंबर पर रही थी। जबकि रालोद एक मात्र मथुरा सीट पर दूसरे स्थान पर रहा था। अगर इसे टिकट बंटवारे का आधार बनाया जाए तो आगरा-अलीगढ़ में बसपा का पलड़ा भारी रहेगा। जबकि आगरा-अलीगढ़ मंडल में रालोद का दायरा एक सीट तक सिमट जाएगा। इसलिए सीटों के बंटवारे पर खींचतान भी हो सकती है। लेकिन टिकट बंटवारे का आधार अभी स्पष्ट नहीं है, उक्त दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता महागठबंधन को लेकर सकारात्मक हैं। उन्हें उम्मीद है कि महागठबंधन का प्रयोग सफल रहेगा।

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-चुनावी दावेदारों को पत्ते खुलने का इंतजार

विभिन्न दलों से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार महागठबंधन को लेकर असमंजस में हैं। उन्हें सीट बंटवारे का इंतजार है। शीर्ष स्तर पर कुछ भी संभव है, कौन सी सीट किस दल के खाते में चली जाए, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।

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महागठबंधन के सीट बंटवारे के लिए किसी भी सीट पर संबंधित दल का इतिहास, वर्तमान और भविष्य को भी देखा जाएगा। कई बार सीटों पर समझौता भी करना होता है, एक-दूसरे से सीटें भी बदली जाती हैं।

-कप्तान सिंह चाहर, प्रदेश प्रवक्ता, रालोद हम लोग महागठबंधन को लेकर सकारात्मक हैं, आगामी समय में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

रामसहाय यादव, जिलाध्यक्ष, सपा

-- महागठबंधन के तहत आगरा और फतेहपुरसीकरी सीट से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी तैयारी कर रही है।

डॉ.भारतेंद्र अरुण, जिलाध्यक्ष, बसपा

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