देशभर के जादूगरों का विश्व रिकॉर्ड
जागरण संवाददाता, आगरा: कभी कागज में आग लगाकर कबूतर बनाया, तो कभी कपड़ा घुमाकर छड़ी बना दी। देशभर से आए 202 जादूगरों ने एक के बाद एक जादुई करतब दिखाकर विश्व कीर्तिमान बना दिया। इसका गवाह बना माथुर वैश्य महासभा भवन का हॉल। यहां ताज मैजिक सोसायटी ताज मैजिक फेस्टिवल का आयोजन कर रही है।
जागरण संवाददाता, आगरा: कभी कागज में आग लगाकर कबूतर बनाया, तो कभी कपड़ा घुमाकर छड़ी बना दी। देशभर से आए 202 जादूगरों ने एक के बाद एक जादुई करतब दिखाकर विश्व कीर्तिमान बना दिया। इसका गवाह बना माथुर वैश्य महासभा भवन का हॉल। यहां ताज मैजिक सोसायटी ताज मैजिक फेस्टिवल का आयोजन कर रही है।
वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए रविवार को माथुर वैश्य महासभा भवन में यह प्रयास किया गया। ताज मैजिक सोसायटी के अध्यक्ष जादूगर अखिलेश जैसवाल ने बताया कि यहां चल रहे ताज मैजिक फेस्टिवल में देशभर से आए 350 जादूगरों में से 202 ने एक ही दिन में लगातार प्रदर्शन करते हुए जादू दिखाए। सुबह नौ बजे सभी प्रतिभागियों को उनके चेस्ट नंबर देकर हॉल में प्रवेश दिया गया। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक लगातार अपने जादू का प्रदर्शन शुरू किया। इसमें उन्हें अधिकतम तीन मिनट में अपनी प्रस्तुति देनी थी। जादू का यह सिलसिला शाम सात बजे तक चला।
85 से तीन साल तक के जादूगर हुए शामिल
ताज मैजिक फेस्टिवल में हुआ यह रिकॉर्ड अटेम्प्ट अपने आप में इसलिए भी खास है, क्योंकि इसमें सबसे उम्रदराज गोवा निवासी 85 वर्षीय जादूगर जयशंकर ने प्रस्तुति दी, तो तीन साल की आराध्या गुप्ता ने भी अपने हुनर से सबका दिल जीत लिया। युवा, किशोर और महिला जादूगरों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
162 जादूगरों ने बनाया था रिकॉर्ड
इससे पहले एक ही दिन और शो में लगातार जादू के प्रदर्शन का यह रिकॉर्ड दिल्ली में बना था। जून 2016 में इंडियन ब्रदरहुड ऑफ मैजिशियन के एसएएआरसी मैजिक फेस्टिवल में लगातार 162 जादूगरों ने जादुई करतब दिखा कर इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया में दर्ज कराया था।
रिकॉर्ड की कराई वीडियो रिकॉर्डिग
वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया के लिए बने इस रिकॉर्ड को दिल्ली से आए संस्था के डायरेक्टर पवन सोलंकी और उनकी पांच सदस्यीय टीम के सामने पूरा किया गया। टीम ने पूरे शो की वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई। ताज मैजिक सोसायटी इस रिकॉर्डिग को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी भेजेगी। रिकॉर्ड दर्ज होने की सूचना एक महीने की पड़ताल के बाद आएगी।