धुंध संग सर्दी होगी घातक, फूलने लगी सांस
सुबह और रात के तापमान में गिरावट फैल रहा वायरल संक्रमण एलर्जिक समस्याएं बढ़ीं सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीज परेशान
आगरा, जागरण संवाददाता। धुंध (स्माग), प्रदूषक तत्वों का निचली सतह पर आने के साथ सर्दी घातक होगी। प्रदूषण बढ़ने और सुबह-रात के तापमान में गिरावट से सांस फूलने लगी है। सांस संबंधी बीमारियों से पीडि़त मरीजों को सांस उखड़ने पर अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।
सुबह और रात की ठंड के साथ दोपहर में तेज धूप निकल रही है। मौसम के इस बदलाव से वायरल संक्रमण फैल रहा है। इससे सर्दी जुकाम और बुखार आ रहा है। मरीजों की सांस भी फूलने लगी है। अति सूक्ष्म कण (पीएम 25) के निचली सतह पर हैं, इससे एलर्जिक समस्याएं होने लगी हैं। खांसी के साथ गला खराब हो रहा है। टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट डा संजीव लवानियां ने बताया कि स्माग में अति सूक्ष्म कण सांस लेने पर नलिकाओं में सूजन कर रहे हैं। फेफड़ों में भी संक्रमण कर रहे है। इससे निमोनिया की समस्या हो रही है।
एसएन मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा संतोष कुमार ने बताया कि पिछले सात दिनों में अस्थमा और क्रोनिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इन्हें सांस उखड़ने और अटैक पड़ने पर भर्ती किया जा रहा है। पसलियों में दर्द की समस्या लेकर भी मरीज आ रहे हैं। इनकी कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन फेफड़ों में संक्रमण है। मरीज सर्दी जुकाम और बुखार आने पर सीधे मेडिकल स्टोर से दवा ले रहे हैं। इससे बीमारी और बढ़ रही है। ऐसे में मरीज डाक्टर से परामर्श लेकर ही दवाएं लें। ये करें ....
-सर्दी जुकाम होने पर दिन में तीन से चार बार भाप लें
-गर्म पानी का सेवन करें, ठंडे खाद्य पदार्थ न खाएं
-प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें
-मास्क का इस्तेमाल करें
-इन्हेलर और दवाएं लेना बंद ना करें
-डाक्टर से परामर्श लेकर डोज बदलवा सकते हैं।