वेस्ट टू एनर्जी प्लांट दो लाख टन कूड़े से दिलाएगा निजात
550 टन कूड़े से हर दिन दस मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन सौ वार्ड से हर दिन निकलता है 750 टन कूड़ा
आगरा, जागरण संवाददाता। कुबेरपुर स्थित खत्ताघर में डंप दो लाख टन कूड़ा नगर निगम के लिए सिरदर्द बन गया है। सुप्रीम कोर्ट ने वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के निस्तारण के लिए कहा है। निगम प्रशासन कूड़े के निस्तारण में लाचार है। अब वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का सहारा है, जिससे कूड़े के पहाड़ों से निजात मिल सकेगी। प्लांट लगने से हर दिन 550 टन कूड़े से दस मेगावाट बिजली बनेगी।
नगर निगम के सौ वार्ड से हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है। स्पाक ब्रेसान कंपनी और नगर निगम के बीच अनुबंध हो चुका है। अनुबंध के तहत कंपनी 175 करोड़ रुपये से वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाएगी। सुप्रीम कोर्ट से इसकी अनुमति मिल चुकी है।
फैक्ट फाइल
- नगर निगम के सौ वार्ड में पांच हजार मुहल्ले हैं।
- हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है।
- 400 टन सूखे कूड़े में 50 टन नाली-नालियों से निकलने वाली सिल्ट होती है।
- 350 टन गीला कूड़ा निकलता है।
- सूखे कूड़े को प्रोसेस किया जाता है जबकि गीले कूड़े की खाद तैयार होती है।
- कुबेरपुर, राजनगर, धांधूपुरा और आइएसबीटी के समीप सात प्लांट लगे हैं।
- स्पाक ब्रेसान कंपनी 175 करोड़ रुपये से कुबेरपुर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाएगी। हर दिन 550 टन कूड़े से दस मेगावाट बिजली बनेगी। खत्ताघर में पड़े पुराने कूड़े के ढेर खत्म हो जाएंगे।
निखिल टीकाराम, नगरायुक्त - वेस्ट टू एनर्जी प्लांट 14 माह में लगेगा। खत्ताघर में हर दिन 750 टन कूड़ा पहुंचता है। ऐसे में कूड़े का निस्तारण जरूरी है। एक जगह कूड़ा डंप होने से वायु और जल प्रदूषण फैलाने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
डा. शरद गुप्ता, पर्यावरणविद