UP Weather2019: चेरापूंजी सा हुआ आगरा मंडल का मौसम, मार्च में छाई जनवरी सी धुंध
कोहरा देखकर नागरिक अचरज में किसान के चेहरों पर लौटी रौनक। वाहनों को सफर के लिए लेना पड़ा लाइटों का सहारा धूप से राहत।
आगरा, जेएनएन। मौसम बेइमान चल रहा है। कभी धूप, कभी बारिश और अब कोहरा। मार्च में जनवरी जैसा कोहरा सोमवार की सुबह जब छाया तो लोग अचरज में पड़ गए। हालाकि नौ बजे के बाद आसमान साफ हो गया। मौसम का यही मिजाज रविवार को भी रहा था।
शनिवार शाम से शुरु हुई गरज के साथ बारिश रविवार सुबह तक रुक रुक कर होती रही। आठ बजे के बाद आसमान साफ हुआ और धूप निकल आई थी। चेरापूंजी की तरह आगरा मंडल में मौसम का यह बदलावा पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है। रविवार को जब सुबह लोग नींद से जागे तो गरज के साथ बारिश हो रही थी वहीं सोमवार सुबह घन कोहरा छाया हुआ था। दिन चढ़ने के बाद निकली तेज धूप से गर्माहट हो गई। इससे न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 11.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम तापमान 25.0 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार यह बदलाव अभी कुछ और दिन रहने वाला है।
गेंहू खिला लेकिन सरसों आलू का बुरा हाल
बीते फरवरी के आखिरी पखवारे से मौसम अजीब रंग दिखा रहा है। बारिश, कोहरा के बाद बारिश और ओलावृष्टि और फिर बारिश के बाद कोहरा, मौसम कुछ ऐसा ही चल रहा है। आए दिन खराब हो रहे मौसम का सेहत से ज्यादा फसलों पर असर पड़ रहा है। गेहूं के लिए राहतकारी माना जा रहा मौसम आलू और सरसों केे लिए नुकसान भरा साबित हो रहा है। मौसम के अजीब हाल से किसान सरसों को खेतों से नहीं काट पा सहा है, जबकि आलू खुदाई का काम भी पूरी तरह जोर नहीं पकड़ रहा है। वैज्ञानिक इसे मौसम का बदलाव मान रहे हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ.एसके मिश्रा का कहना है कि वायुमंडल के ऊपर अभी पानी है, इस कारण मार्च में भी कोहरा हो रहा है। इससे सब्जियों, आलू, सरसों, चना, दाल आदि में नुकसान है। तापमान गिरा हुआ है, कोहरे का कारण यह भी है। अन्यथा मार्च में तापमान बढ़ जाता था। वर्तमान मौसम महज गेहूं की पिछैती फसल के लिए लाभदायक है। इधर, हर कोई सूर्य देव के निकलने का इंतजार करता रहा, लेकिन दिनभर बादल छाए रहे।