इरादतनगर-मिहावा मार्ग पर जलभराव, संभलकर निकलें
दो दिन की बरसात में सड़क हो गई तालाब में तब्दील मार्ग से निकलने वाले राहगीर हो रहे चोटिल
जागरण टीम, आगरा। इरादतनगर से मिहावा जाने वाले मार्ग पर जलभराव होने के कारण यहां रोज राहगीर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। जलभराव के कारण सड़क में गहरे गढ्डे होने की वजह से लोगों का मार्ग से निकलना मुश्किल हो गया है। कई बार पीडब्ल्यूडी व जनप्रतिनिधियों से शिकायत के बाद भी हालत नहीं सुधर रहे हैं।
इरादतनगर से मिहावा मार्ग करीब तीस गांव की सड़कों को जोड़ता है। मार्ग से हजारों लोगों का आवागमन रहता है। स्थानीय निवासी राहुल शर्मा ने बताया कि पिछले दो दिन की बरसात में सड़क तालाब में तब्दील हो गई है। यहां रोजना राहगीर गिर कर चोटिल हो रहे हैं। कई बार पीडब्ल्यूडी अधिकारी और ग्राम प्रधान को समस्या से अवगत भी कराया गया है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। बाइक सवार आकाश शर्मा ने बताया कि सड़क पर जलभराव के साथ गहरे गढ्डे होने की वजह से वह गिर कर घायल हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान गोहर्रा बाबरपुर द्वारा मानकों के अनुसार पुलिया न बनाने की वजह से यहां जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के ऐई रूप किशोर ने बताया कि पुलिया के गलत निर्माण की सूचना पर कर्मचारियों को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद समस्या का समाधान किया जाएगा। थोड़ी सी बारिश होने पर यहां के हालात नारकीय हो जाते हैं। जिम्मेदार भी ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में ग्रामीण और राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दौलत राम ग्रामीण जलभराव के कारण राहगीर रोजना गिरकर चोटिल हो रहे हैं। जलभराव से रोड में गढ्डे हो गए हैं जो राहगीर और ग्रामीणों के लिए और मुसीबत पैदा कर रहे हैं।
विष्णु शर्मा, ग्रामीण फतेहाबाद में बढ़े बुखार, खांसी जुकाम के मरीज
जागरण टीम, आगरा। फतेहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ओपीडी में मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। रोजाना यहां 250 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सीएचसी पर बुखार, जुकाम, खांसी, चर्मरोग आदि के मरीजों में इजाफा हुआ है। कुछ दिन पहले तक यहां कुल 50 से 60 लोग ओपीडी में पहुंच रहे थे जो अब बढ़कर 250 तक पहुंच गए हैं। सीएचसी अधीक्षक डा.एके सिंह ने बताया कि केंद्र पर मरीजों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि सांस रोग के मरीज इन दिनों खेतों में काम न करें। दिन में दो बार कपड़े बदलें ताकि चर्मरोग न हो। बीमार होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।